(अपडेट) एशिया और प्रशांत क्षेत्र के 12वें क्षेत्रीय 3आर और सर्कुलर इकोनॉमी फोरम की मेजबानी के लिए जयपुर तैयार
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जयपुर, 27 फरवरी (हि.स.)। एशिया और प्रशांत क्षेत्र के 12वें क्षेत्रीय 3आर और सर्कुलर इकोनॉमी फोरम की मेजबानी के लिए जयपुर पूरी तरह तैयार है। यह फोरम 3 से 5 मार्च तक राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित किया जाएगा। 'एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सतत विकास के लक्ष्यों और कार्बन तटस्थता प्राप्त करने की दिशा में सर्कुलर सोसायटियों को आकार देना' विषय पर केंद्रित यह कार्यक्रम सर्कुलर इकोनॉमी से जुड़े प्रयासों को आगे बढ़ाने पर चर्चा के लिए वैश्विक नेतृत्व और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों को एक मंच पर लाएगा।
केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू ने जयपुर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि UNCRD द्वारा 2009 में शुरू किए गए क्षेत्रीय 3आर और सर्कुलर इकोनॉमी फोरम का उद्देश्य एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सरकारी अधिकारियों को 3आर (रिड्यूस, रीयूज, रीसाइकल) और सर्कुलैरिटी को मुख्यधारा में लाने के लिए रणनीतिक नीतिगत इनपुट प्रदान करना है। यह फोरम 3आर से जुड़े सर्वोत्तम प्रयासों को साझा करने के लिए भी एक मंच के रूप में कार्य करेगा। पिछला फोरम 2023 में कंबोडिया में आयोजित हुआ था, जबकि भारत ने 2018 में इंदौर में 8वें संस्करण की मेजबानी की थी।
उन्होंने बताया कि 12वें क्षेत्रीय फोरम का एक महत्वपूर्ण परिणाम ‘जयपुर डिक्लेरेशन’ होगा, जिसे समापन दिवस पर अपनाया जाएगा। 2025-34 की अवधि के लिए यह दशकीय घोषणा 3आर और सर्कुलर इकोनॉमी से जुड़ी नीतियों और कार्यक्रमों को विकसित करने के लिए एक रूपरेखा प्रदान करेगी। यह ‘लीनियर टेक-मेक-डिस्पोज इकोनॉमी’ से ‘सर्कुलर इकोनॉमी’ की ओर परिवर्तन में सहायक होगी। जयपुर डिक्लेरेशन, हनोई डिक्लेरेशन (2013-23) पर आधारित होगा और यह एक स्वैच्छिक तथा कानूनी रूप से गैर-बाध्यकारी समझौता रहेगा। इस फोरम का कर्टेन रेजर 24 फरवरी 2025 को नई दिल्ली में केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल द्वारा किया गया।
मंत्री ने बताया कि इस फोरम की एक अन्य विशेषता ‘इंडिया पैवेलियन’ होगी, जिसमें भारत की 3आर और सर्कुलर इकोनॉमी से जुड़ी पहलों और उपलब्धियों को प्रदर्शित किया जाएगा। इसमें 15 प्रमुख मंत्रालयों और राष्ट्रीय मिशनों की प्रदर्शनियाँ होंगी, जो सतत विकास के लिए भारत के समग्र दृष्टिकोण को दर्शाएंगी। यह ‘मंत्री-स्तरीय संवाद’, ‘महापौर संवाद’ और ‘नीति संवाद’ जैसे सत्रों के माध्यम से इंटरैक्टिव नॉलेज-शेयरिंग का मंच भी होगा।
इसके अलावा, CITIIS 2.0 कार्यक्रम को सक्रिय करने के लिए 18 शहरों के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, जिनमें एकीकृत अपशिष्ट प्रबंधन परियोजनाएँ शामिल होंगी। CITIIS 2.0, 2023 में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य परियोजनाओं को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करके सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देना है। इन 18 स्मार्ट शहरों में जयपुर और उदयपुर भी शामिल हैं।
राजस्थान सरकार के नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन विभाग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) झाबर सिंह खर्रा ने बताया कि उनका विभाग फोरम की तैयारियों में सक्रिय रूप से सहयोग कर रहा है और विभिन्न सत्रों में भाग भी लेगा। जयपुर की 11 केस स्टडीज 3आर और सर्कुलर इकोनॉमी पर आधारित 100 सर्वश्रेष्ठ अभ्यास पुस्तिका का हिस्सा होंगी, जिसका विमोचन फोरम के दौरान किया जाएगा।
12वें क्षेत्रीय फोरम का आयोजन आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के स्वच्छ भारत मिशन-शहरी द्वारा जापान के पर्यावरण मंत्रालय, UN ESCAP, UNCRD, UNDSDG और UNDESA के सहयोग से किया जा रहा है, जिसमें राजस्थान सरकार की सहयोगी भूमिका रहेगी। तीन दिवसीय सम्मेलन में 500 से अधिक अंतरराष्ट्रीय और घरेलू प्रतिभागियों के भाग लेने की संभावना है।
फोरम में थीम-आधारित चर्चाएँ, राउंडटेबल सत्र, नॉलेज-शेयरिंग और नेटवर्किंग के अवसर होंगे। प्रतिनिधियों को जयपुर में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन सुविधाओं और ऐतिहासिक स्थलों का भी भ्रमण कराया जाएगा।
यह फोरम दिसंबर 2024 में जयपुर में आयोजित ‘राइजिंग राजस्थान’ वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन के बाद हो रहा है। एक प्रमुख आकर्षण के रूप में ‘3आर व्यापार और प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी’ आयोजित होगी, जिसमें 40 से अधिक भारतीय और जापानी कंपनियाँ तथा स्टार्टअप्स अपने नवाचार और समाधान प्रदर्शित करेंगी। साथ ही, ‘वेस्ट टू वैल्यू’ पहल के तहत देशभर के गैर-सरकारी संगठनों और स्वयं सहायता समूहों की भागीदारी भी होगी।
फोरम में राजस्थान की ‘एक जिला - एक उत्पाद’ पहल के तहत एक विशेष प्रदर्शनी के साथ लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा। जयपुर के नागरिकों को इस अंतरराष्ट्रीय फोरम में जोड़ने और सामुदायिक स्तर पर 3आर व सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिए शहर के प्रमुख स्थानों पर इंटरैक्टिव गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर