चार्जशीट में नाम आने पर अभिषेक बनर्जी का सीबीआई पर हमला, कहा – भाजपा की तरह सोचने का तरीका अपना लिया
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कोलकाता, 27 फरवरी (हि. स.)। पश्चिम बंगाल में भर्ती घोटाले की जांच कर रही सीबीआई ने तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी का नाम अपनी 28 पन्नों की अतिरिक्त चार्जशीट में दर्ज किया है। इस पर गुरुवार को अभिषेक ने पहली बार खुलकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने आरोप लगाया कि सीबीआई भाजपा की भाषा में बात कर रही है और उनकी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है।
सीबीआई ने चार्जशीट में दावा किया है कि एक ऑडियो क्लिप में अभिषेक बनर्जी नाम का जिक्र हुआ है। इस क्लिप में बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और तृणमूल विधायक मानिक भट्टाचार्य का भी नाम सुना गया है। एजेंसी ने इस ऑडियो की फॉरेंसिक जांच के लिए इसे सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी भेजा है। साथ ही, सीबीआई का कहना है कि इस मामले से जुड़े कई गवाहों ने ऑडियो को असली माना है।
गुरुवार को कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम में एक पार्टी कार्यक्रम के दौरान अभिषेक ने कहा कि सीबीआई ने 28 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें दो जगह मेरा नाम है। लेकिन यह नहीं बताया कि यह अभिषेक बनर्जी कौन है ? क्या वह विधायक है या सांसद ? वह कहां रहता है ? किसका बेटा है ? यह नहीं लिखा। भाजपा जिस तरह सोचने का तरीका अपनाती है, उसी तरह सीबीआई ने भी अपना लिया है।
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा के नेता जब मुझ पर हमला करते हैं, तो वे मेरा नाम लेने की हिम्मत नहीं दिखाते। वे मुझे 'भाइपो' (भतीजा) कहकर बुलाते हैं। अब सीबीआई भी यही कर रही है। अगर उनमें हिम्मत है तो मेरा पूरा नाम और पहचान लिखें।
सीबीआई ने भर्ती घोटाले के सिलसिले में 2022 में अभिषेक बनर्जी से पूछताछ की थी। उस समय वह 'नबज्वार यात्रा' निकाल रहे थे, लेकिन एजेंसी के बुलावे पर उन्हें अपना अभियान रोकना पड़ा। उन्होंने कोलकाता स्थित निजाम पैलेस जाकर 10 घंटे तक पूछताछ का सामना किया था।
गुरुवार को इस घटना को याद करते हुए अभिषेक ने कहा कि सीबीआई ने मुझसे 10 घंटे तक पूछताछ की थी। मैंने तब भी यही कहा था और आज भी यही कह रहा हूं –अगर कोई साबित कर दे कि मेरे सीधे या परोक्ष समर्थन से 10 पैसे की भी कोई गड़बड़ी हुई है, तो मुझे चार्जशीट देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मैं खुद फांसी के फंदे पर चढ़ जाऊंगा!
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर