कांग्रेस विधायकों ने सड़क पर डमी विधानसभा लगाकर किया विरोध प्रदर्शन
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जयपुर, 27 फरवरी (हि.स.)। राजस्थान विधानसभा में जारी गतिरोध के बीच कांग्रेस विधायकों ने गुरुवार काे अनोखे तरीके से विरोध प्रदर्शन किया। विधानसभा के बाहर कांग्रेस सदस्याें ने डमी विधानसभा लगाई। कांग्रेस विधायक घनश्याम मेहर को स्पीकर का रोल दिया गया। जिस तरह विधानसभा की कार्यवाही चलती है, उसी तर्ज पर विधायकों ने सवाल पूछे। हंगामा किया और तंज भी कसे।
कांग्रेस विधायक पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर मंत्री अविनाश गहलोत की टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से निकाले जाने की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस के विधायक विधानसभा परिसर के बाहर सड़क पर धरने पर बैठे हैं। इनकी गैर मौजूदगी में ही विधानसभा में कार्यवाही चल रही है। कांग्रेस ने गुरुवार काे विराेध प्रदर्शन करते हुए विधानसभा के बाहर डमी विधानसभा लगाई। इस डमी विधानसभा में पानी और शिक्षा जैसे मुद्दों पर चर्चा न कराने का आरोप लगाया गया। इस दौरान डमी अध्यक्ष बनाए गए घनश्याम मेहर ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि सरकार की आंखों में ही पानी नहीं बचा, तो यहां पानी की बात कैसे होगी। इस पर मौजूद लोग ठहाके लगाने लगे। कांग्रेस का कहना है कि सरकार सदन में जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा से बच रही है और विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस विधायकाें का कहना है कि शिक्षा, पानी, स्वास्थ्य और कानून व्यवस्था जैसे अहम मुद्दों पर बहस होनी चाहिए, लेकिन सत्ता पक्ष विपक्ष की आवाज दबाने का काम कर रहा है।
धरने पर बैठे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और निलंबित विधायक गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि मेरा उद्देश्य स्व. इंदिरा गांधी के खिलाफ की गई अमर्यादित टिप्पणी को हटाना मात्र है। आसन को हर्ट करना मेरा उद्देश्य कभी भी नहीं रहा। मैं चौथी बार विधायक बनकर आया हूं। मुझे बेस्ट एमएलए का अवार्ड मिला है, फिर भी मैं कहता हूं आसन, आसन होता है। आसन का सम्मान सर्वोपरि होता है। उन्होंने कहा कि आसन के पास बहुत अधिकार होते हैं। विधानसभा अध्यक्ष अपने अधिकारों का प्रयोग करें। उनके अधिकारों में से हम तो केवल इतनी सी रिक्वेस्ट कर हैं कि उस टिप्पणी को आप हटा दें और मंत्री खेद प्रकट कर दें, बस बात खत्म हो जाए। डोटासरा ने कहा कि मेरा पर्सनल ईगो नहीं है। अध्यक्ष जी का हो या नहीं मैं नहीं जानता। वो भावुक हुए हैं। उन्हें कोई भ्रम या गलफहमी हुई है तो मैं उनके घर जाकर खेद प्रकट कर सकता हूं। मेरे बड़े भाई हैं।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि जो गतिरोध सत्ता पक्ष बनाना चाहता है वो बन रहा है। हमारी तरफ से पूरा प्रयास करने के बाद भी सत्ता पक्ष वार्ता के लिए तैयार नहीं है। मैंने खुद कल इस मामले पर मुख्यमंत्री भजनलाल से बात की थी। इससे एक दिन पहले मैंने संसदीय मंत्री से बात की थी। आज तक सरकार की तरफ से गतिरोध तोड़ने को लेकर कोई प्रयास नहीं किए गए।
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हिन्दुस्थान समाचार / संदीप