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साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक रहकर प्रौद्योगिकी का सुरक्षित उपयोग कर सकेंगे विद्यार्थी :नरसी राम बिश्नोई

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साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक रहकर प्रौद्योगिकी का सुरक्षित उपयोग कर सकेंगे विद्यार्थी :नरसी राम बिश्नोई


गुजवि विद्यार्थियों ने साइबर सिक्योरिटी क्लब ‘साइबर फियोनिक्स’ स्थापित कियाहिसार, 27 फरवरी (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के अंतर्गत विभाग के विद्यार्थियों द्वारा साइबर सिक्योरिटी क्लब ‘साइबर फियोनिक्स’ स्थापित किया गया है। यह विभाग का पहला साइबर सुरक्षा क्लब है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने विभाग व विद्यार्थियों को इस पहल के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रौद्योगिकी के युग में प्रौद्योगिकी का उपयोग जहां आवश्यक हो गया है, वहीं साइबर सुरक्षा का खतरा भी बना हुआ है। इस क्लब के माध्यम से विद्यार्थी साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक होंगे तथा प्रौद्योगिकी का सुरक्षित उपयोग कर सकेंगे। कुलसचिव डा. विजय कुमार ने भी विभाग व क्लब के सदस्यों को बधाई दी। कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष प्रो. ओमप्रकाश सांगवान ने विश्वविद्यालय के चौधरी रणबीर सिंह सभागार में गुरुवार को इस क्लब का उद्घाटन किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के निदेशक डा. प्रताप सिंह व क्लब की प्रभारी डा. अनुपमा सांगवान भी उपस्थित रहे। प्रो. ओमप्रकाश सांगवान ने बताया कि विभाग के विद्यार्थी अनुज व आकाश क्लब के समन्वयक हैं। उन्होंने बताया कि भारत में वर्ष 2022 में लगभग चार लाख साइबर सिक्योरिटी घटनाएं हुई हैं तथा विश्वभर में लगभग 1.5 मिलियन साइबर अटैक प्रतिदिन हो रहे हैं।

इस आवश्यकता को पहचानते हुए, साइबर फीनिक्स का उद्देश्य विद्यार्थियों को साइबर सुरक्षा, नैतिक हैकिंग और डिजिटल फोरेंसिक के डोमेन का पता लगाने के लिए एक समर्पित मंच प्रदान करना है। यह क्लब विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान और उद्योग-संबंधित कौशल से लैस करके उन्हें सशक्त बनाएगा, जिससे वे साइबर सुरक्षा में आशाजनक करियर के लिए तैयार होंगे।क्लब प्रभारी डा. अनुपमा सांगवान ने बताया कि वर्तमान डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा एक आवश्यक कौशल बन गया है, जहां साइबर खतरे तेजी से विकसित हो रहे हैं। साइबरफीनिक्स विद्यार्थियों को साइबर सुरक्षा प्रगति में सबसे आगे रखने के लिए व्यावहारिक कार्यशालाओं, विशेषज्ञ अतिथि व्याख्यानों, कैप्चर द फ्लैग (सीटीएफ) प्रतियोगिताओं और प्रमाणन कार्यक्रमों की मेजबानी करने के लिए तैयार है। यह क्लब कक्षाओं के साथ-साथ नवाचार, सहयोग और निरंतर सीखने की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर विभाग के शिक्षक डा. अमित, डा. आयूष शर्मा, डा. रमेश व डा. अंकुर उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर