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चंद्रशेखर आजाद ने अल्फ्रेड पार्क में अंग्रेजों से मोर्चा लेते हुए अपने प्राणों का दिया बलिदान : दीपू पाण्डेय

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चंद्रशेखर आजाद ने अल्फ्रेड पार्क में अंग्रेजों से मोर्चा लेते हुए अपने प्राणों का दिया बलिदान : दीपू पाण्डेय


कानपुर,27 फरवरी (हि. स.)। चंदशेखर आजाद का जन्म 28 जुलाई 1906 में मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में हुआ था। 13 वर्ष की उम्र में बनारस के संस्कृत कॉलेज के बाहर अंग्रेजों का विरोध करते हुए उनको पहली बार गिरफ्तार किया गया। यह बातें भारतीय जनता पार्टी कानपुर उत्तर के जिलाअध्यक्ष दीपू पाण्डेय ने महान क्रांतिकारी चंदशेखर आजाद के शहीदी दिवस पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर के नमन करते हुए कही।

उन्होंने बताया कि जब मजिस्ट्रेट के सामने उनको पेश किया तो मजिस्ट्रेट ने उनका नाम पूछा तो वो बोले आजाद,जब पिता का नाम पूछा तो वो बोले स्वाधीनता और घर का पता पूछने पर बोले जेल। उस दिन से उनका नाम चंदशेखर तिवारी से चंदशेखर आजाद पड़ गया। 27 फरवरी 1931 को प्रयागराज के अल्फ्रेड पार्क में अंग्रेजों से मोर्चा लेते हुए उन्होंने अपने प्राणों का बलिदान दे दिया।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से अवधेश सोनकर,जिला मीडिया प्रभारी अनुराग शर्मा,वास्ते त्रिपाठी,रामजी शुक्ला ,सचिन गौड़,रवि पांडे,श्यामू तिवारी,, राधेश्याम वेरी, अंकुर शुक्ला,आदि उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / मो0 महमूद