उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा को लेकर सख्त नियम लागू

कांवड़ यात्रा के लिए प्रशासन के नए निर्देश
उत्तर प्रदेश में चल रही कांवड़ यात्रा के संदर्भ में प्रशासन ने कड़े निर्देश जारी किए हैं। श्रद्धालुओं को अब हॉकी स्टिक, त्रिशूल या किसी अन्य प्रतीकात्मक हथियार को यात्रा के दौरान ले जाने की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा, ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए बिना साइलेंसर वाली बाइकों पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है.
सुरक्षा के लिए प्रशासन की कड़ी कार्रवाई
मेरठ जोन के एडीजी भानु भास्कर ने बताया कि सरकार ने इस मामले में स्पष्ट निर्देश दिए हैं। हम इन निर्देशों का सख्ती से पालन कर रहे हैं और जो लोग इसका उल्लंघन करेंगे, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। ये निर्देश मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, बुलंदशहर और हापुड़ जिलों में लागू किए गए हैं। इन क्षेत्रों में कांवड़ यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार का शक्ति प्रदर्शन पूरी तरह से निषिद्ध रहेगा.
हिंसक घटनाओं के मद्देनजर उठाए गए कदम
पिछले हफ्ते कांवड़ यात्रा के दौरान कई स्थानों पर हिंसा की घटनाएं हुई हैं। हाल ही में मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर सात कांवड़ियों ने एक सीआरपीएफ जवान पर हमला किया। वायरल वीडियो में देखा गया कि कुछ लोग जवान को जमीन पर गिराकर लात-घूंसों से पीट रहे हैं। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि इस मामले में सात कांवड़ियों को गिरफ्तार किया गया है.
कानपुर में सुरक्षा कर्मियों पर हमले की घटना
कानपुर में भी कांवड़ यात्रा के दौरान एक होमगार्ड, एक सुरक्षा गार्ड और एक छात्र स्वयंसेवक पर हमला हुआ था। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में आरोप लगाया गया कि यह हमला कांवड़ियों द्वारा किया गया, हालांकि एफआईआर में कांवड़ियों का उल्लेख नहीं किया गया। इस मामले में भी पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
मेरठ में कांवड़ियों का उपद्रव
कुछ दिन पहले, मेरठ में कांवड़ियों के एक समूह ने एक बस से टकराने के बाद उसकी खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए और ड्राइवर की पिटाई कर दी.