काल भैरव जयंती पर राशि अनुसार भगवान शिव का अभिषेक कैसे करें
काल भैरव जयंती का पर्व हर साल अगहन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है, जिसमें गंगाजल से अभिषेक किया जाता है। जानें राशि अनुसार अभिषेक करने की विधि और कैसे भगवान शिव की कृपा प्राप्त करें। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि किस राशि के जातक को किस चीज से अभिषेक करना चाहिए।
| Nov 12, 2025, 04:20 IST
भगवान शिव की पूजा से संकटों का निवारण
भगवान शिव की पूजा से सभी संकट हो जाते हैं दूर
काल भैरव जयंती का पर्व सनातन धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह हर साल अगहन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस वर्ष यह पर्व 12 नवंबर, बुधवार को है। इस दिन काल भैरव देव की विशेष पूजा की जाती है, जिसमें गंगाजल से भगवान शिव का अभिषेक किया जाता है। महादेव जलाभिषेक, रुद्राभिषेक या दुग्धाभिषेक से शीघ्र प्रसन्न होते हैं।
उनकी कृपा से साधक की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं और जीवन में आने वाले संकटों से मुक्ति मिलती है। इसलिए, काल भैरव जयंती पर साधक भक्ति भाव से पूजा करते हैं और अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार दान-पुण्य भी करते हैं। यदि आप भी काल भैरव देव की कृपा पाना चाहते हैं, तो इस दिन राशि अनुसार भगवान शिव का अभिषेक करें।
राशि अनुसार अभिषेक विधि
- मेष राशि के जातक गंगाजल में शहद मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें।
- वृषभ राशि के जातक गाय के कच्चे दूध से अभिषेक करें।
- मिथुन राशि के जातक गंगाजल में बेलपत्र मिलाकर अभिषेक करें।
- कर्क राशि के जातक स्नान-ध्यान के बाद शुद्ध घी से अभिषेक करें।
- सिंह राशि के जातक गंगाजल में सुगंध मिलाकर अभिषेक करें।
- कन्या राशि के जातक गंगाजल में दूर्वा मिलाकर अभिषेक करें।
- तुला राशि के जातक शुद्ध दही से अभिषेक करें।
- वृश्चिक राशि के जातक गंगाजल में मिश्री मिलाकर अभिषेक करें।
- धनु राशि के जातक गन्ने के रस से अभिषेक करें।
- मकर राशि के जातक गंगाजल में काले तिल मिलाकर अभिषेक करें।
- कुंभ राशि के जातक गंगाजल में शमी के पत्ते मिलाकर अभिषेक करें।
- मीन राशि के जातक गंगाजल में मदार के पत्ते मिलाकर अभिषेक करें।
