क्या विराट कोहली और रोहित शर्मा को घरेलू क्रिकेट में खेलना होगा अनिवार्य? जानें BCCI का नया नियम
भारतीय क्रिकेट के दिग्गजों की वापसी
स्पोर्ट्स : भारतीय क्रिकेट के प्रमुख बल्लेबाज, विराट कोहली और रोहित शर्मा, जिन्होंने टी20 और टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था, हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में वापसी की। इस सीरीज में रोहित शर्मा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए शतक बनाया और प्लेयर ऑफ द मैच बने। वहीं, विराट कोहली ने पहले मैचों में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया, लेकिन अंतिम मैच में दोनों ने मिलकर टीम के लिए महत्वपूर्ण रन बनाए।
खुद को बनाए रखना चुनौती
खुद को फिट रखना दोनों के लिए बड़ी चुनौती
दोनों खिलाड़ियों के लिए वनडे क्रिकेट में खुद को फिट रखना एक बड़ी चुनौती बन गई है। लंबे ब्रेक और विभिन्न प्रारूपों के खेल के कारण उनके खेल की गति प्रभावित हो सकती है। बीसीसीआई ने स्पष्ट किया है कि यदि विराट और रोहित भविष्य में वनडे में खेलना चाहते हैं, तो उन्हें घरेलू क्रिकेट में नियमित रूप से भाग लेना होगा। यह निर्णय बोर्ड की वर्कलोड प्रबंधन नीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य खिलाड़ियों की निरंतरता और फिटनेस बनाए रखना है।
BCCI की नई नीति
BCCI ने बदली छूट देने वाली नीति
भारतीय टीम दिसंबर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ और जनवरी में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज खेलेगी। इन सीरीज से पहले विजय हजारे ट्रॉफी ही एकमात्र विकल्प है, जिसमें रोहित और विराट खेल सकते हैं। बीसीसीआई ने सीनियर खिलाड़ियों को दी जाने वाली विशेष छूट की नीति में बदलाव किया है। पहले, जो खिलाड़ी लंबे समय तक टीम से बाहर रहते थे, उन्हें रणजी ट्रॉफी या विजय हजारे ट्रॉफी में खेलने की आवश्यकता नहीं होती थी, लेकिन अब यह अनिवार्य कर दिया गया है।
रोहित और विराट की उपलब्धता
रोहित और विराट की आगामी उपलब्धता
सूत्रों के अनुसार, पूर्व कप्तान रोहित शर्मा ने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन को सूचित किया है कि वह विजय हजारे ट्रॉफी में खेलने के लिए उपलब्ध रहेंगे। वहीं, विराट कोहली की उपलब्धता पर अभी कोई स्पष्टता नहीं है। बोर्ड और टीम प्रबंधन ने दोनों खिलाड़ियों को यह स्पष्ट कर दिया है कि यदि वे वनडे में खेलना चाहते हैं, तो घरेलू क्रिकेट में भाग लेना अनिवार्य होगा। इससे उनकी मैच-फिटनेस और प्रतिस्पर्धात्मक फॉर्म बनाए रखने में मदद मिलेगी।
इस नए निर्णय से यह स्पष्ट होता है कि बीसीसीआई अब सीनियर खिलाड़ियों की घरेलू क्रिकेट में भागीदारी को अनिवार्य कर रहा है, ताकि टीम में निरंतरता, फिटनेस और प्रदर्शन सुनिश्चित किया जा सके। यह कदम भविष्य में वनडे टीम की मजबूती और अनुभवी खिलाड़ियों की खेल गुणवत्ता बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
