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टी20 क्रिकेट में मोहित अहलावत का अद्भुत तिहरा शतक

दिल्ली के युवा बल्लेबाज मोहित अहलावत ने T20 क्रिकेट में एक अद्भुत उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने मात्र 72 गेंदों में 300 रन बनाकर तिहरा शतक जड़ दिया, जो क्रिकेट के इतिहास में एक नया कीर्तिमान है। इस पारी में उन्होंने 39 छक्के और 14 चौके लगाए, जिससे उनकी बल्लेबाजी की ताकत का पता चलता है। जानें इस अद्भुत पारी के बारे में और कैसे मोहित ने क्रिकेट की दुनिया में अपनी पहचान बनाई।
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टी20 क्रिकेट में मोहित अहलावत का अद्भुत तिहरा शतक

टी20 क्रिकेट में तिहरा शतक: एक अद्वितीय उपलब्धि

टी20 क्रिकेट में मोहित अहलावत का अद्भुत तिहरा शतक


टी20 क्रिकेट में तिहरा शतक: क्रिकेट को अनिश्चितताओं और रोमांच का खेल माना जाता है। खासकर T20 फॉर्मेट में, जहां बल्लेबाजों को सीमित समय में अधिकतम रन बनाने होते हैं, तिहरा शतक बनाना एक असाधारण उपलब्धि है।


हालांकि, भारत के एक बल्लेबाज ने इस असंभव से लगने वाले लक्ष्य को हासिल कर दिखाया। दिल्ली के इस खिलाड़ी ने T20 क्रिकेट में केवल 72 गेंदों में 300 रन बनाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया, जिसने सभी क्रिकेट प्रेमियों को चौंका दिया।


मोहित अहलावत का तिहरा शतक

टी20 क्रिकेट में मोहित अहलावत का अद्भुत तिहरा शतक


7 फरवरी 2017 को दिल्ली में एक स्थानीय टूर्नामेंट में मावी इलेवन और फ्रेंड्स इलेवन के बीच मुकाबला हुआ। इस मैच में मावी इलेवन के ओपनर मोहित अहलावत ने जैसे ही बल्लेबाजी शुरू की, गेंदबाजों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दीं।


मोहित ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए हर ओवर में बाउंड्री और छक्कों की बौछार की। उन्होंने इस मैच में 72 गेंदों में 300 रन बनाकर T20 क्रिकेट में सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर बनाया।


39 छक्कों और 14 चौकों की बौछार

मोहित अहलावत की इस शानदार पारी में 39 छक्के और 14 चौके शामिल थे, जिससे उनके 300 में से 234 रन केवल छक्कों से आए। गेंद मैदान के हर कोने में उड़ती रही और विरोधी टीम के गेंदबाज बेबस नजर आए।


उनकी इस पारी के चलते मावी इलेवन ने 20 ओवर में 416 रन बनाए, जो एक बड़ा स्कोर था। फ्रेंड्स इलेवन को इस मैच में 216 रन से हार का सामना करना पड़ा।


रणजी से T20 तक का सफर

दिल्ली के विकेटकीपर बल्लेबाज मोहित अहलावत रणजी ट्रॉफी में भी खेल चुके हैं। उन्हें ऋषभ पंत से पहले दिल्ली की रणजी टीम में खेलने का मौका मिला था।


मोहित ने लाल बहादुर शास्त्री क्रिकेट अकादमी से प्रशिक्षण लिया है, जहां से कई दिग्गज खिलाड़ियों ने अपने करियर की शुरुआत की। उस समय मोहित की उम्र केवल 21 वर्ष थी, और उनके खेल में आत्मविश्वास झलक रहा था।


गुमनामी में खो गया रिकॉर्ड बनाने वाला बल्लेबाज

हालांकि, इस ऐतिहासिक पारी के बाद मोहित अहलावत धीरे-धीरे क्रिकेट की मुख्यधारा से गायब होते गए। आज उनकी उम्र 29 साल से अधिक है और वे दिल्ली तथा सर्विसेज के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते हैं।


मोहित का तिहरा शतक भले ही एक स्थानीय टूर्नामेंट में बना हो, लेकिन जिस तरह उन्होंने 72 गेंदों में 300 रन बनाए, उसने साबित कर दिया कि क्रिकेट में कुछ भी असंभव नहीं है।