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हारिस रऊफ ने क्रिकेट की चुनौतियों पर खोला दिल

पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की चुनौतियों और आलोचना के बारे में बात की। एशिया कप में भारत के खिलाफ उनके प्रदर्शन पर चर्चा करते हुए, रऊफ ने बताया कि कैसे एक खराब दिन के बाद भी खिलाड़ियों को माफी नहीं मिलती। इसके अलावा, उन्होंने टेस्ट क्रिकेट खेलने की अपनी इच्छा भी व्यक्त की। जानें उनके विचार और क्रिकेट के प्रति उनकी प्रतिबद्धता।
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हारिस रऊफ ने क्रिकेट की चुनौतियों पर खोला दिल

हारिस रऊफ की भावनाएं


नई दिल्ली: पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने दिल की बात साझा की। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की कठोरता पर अपनी निराशा व्यक्त की, जहां खिलाड़ियों से मशीन जैसी परफॉर्मेंस की अपेक्षा की जाती है।


एशिया कप फाइनल में भारत के खिलाफ उनके खराब प्रदर्शन की आलोचना के चलते वे भावुक हो गए। हाल के दिनों में रऊफ का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है।


खराब प्रदर्शन पर माफी नहीं

श्रीलंका के खिलाफ पहले वनडे में हारिस रऊफ ने शानदार वापसी की, जहां उन्होंने चार विकेट लेकर पाकिस्तान को छह रन से जीत दिलाई। लेकिन जब एशिया कप फाइनल की चर्चा हुई, तो उनका दर्द स्पष्ट हो गया।


उन्होंने कहा, "हमसे माफी की उम्मीद नहीं की जाती। हमसे रोबोट की तरह खेलने की अपेक्षा की जाती है, जबकि हम इंसान हैं। हमारे भी खराब दिन हो सकते हैं।" हारिस ने यह भी बताया कि बड़े मैचों में असफलता के बाद लोग अच्छे प्रदर्शन को जल्दी भूल जाते हैं।


एशिया कप में हारिस का प्रदर्शन

एशिया कप फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को हराया, जिसमें हारिस ने केवल 3.4 ओवर फेंके और 50 रन दिए। इस प्रदर्शन के कारण उन्हें काफी आलोचना का सामना करना पड़ा। इसके अलावा, भारत के खिलाफ अपशब्द कहने के कारण उन्हें दो मैचों का बैन भी झेलना पड़ा।


योजना के असफल होने पर क्या करें?

हारिस ने बताया कि क्रिकेट में योजनाएं हमेशा सफल नहीं होतीं। "एक खिलाड़ी का खराब दिन आ सकता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमें हार नहीं माननी चाहिए। हमें अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखना चाहिए और गलतियों से सीखना चाहिए।"


फैंस की निराशा पर उन्होंने कहा, "कोई भी खिलाड़ी आलोचना पसंद नहीं करता। हर किसी की अपनी राय होती है, लेकिन हमारे लिए माफी का कोई स्थान नहीं है। दस अच्छे मैच खेलने के बाद भी एक खराब मैच ही याद रखा जाता है।"


टेस्ट क्रिकेट की ख्वाहिश

हारिस रऊफ ने टेस्ट क्रिकेट खेलने की इच्छा भी व्यक्त की। उन्होंने कहा, "मैं पाकिस्तान के लिए टेस्ट खेलना चाहता हूं। सेलेक्टर्स या बोर्ड जब चाहें, मैं तैयार हूं। बस पहले से बता दें ताकि मैं लाल गेंद की तैयारी कर सकूं। टेस्ट में एक दिन में काफी ओवर फेंकने पड़ते हैं।"