निर्जला एकादशी का व्रत 18 जून को मनाया जाएगा।
17 जून सुबह 4:43 बजे से 18 जून सुबह 6:24 बजे तक।
भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करें।
भगवान विष्णु को पीले फूल और फल अर्पित करें।
माता लक्ष्मी को श्रृंगार सामग्री से सजाएं।
भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें।
केले का भोग लगाएं और प्रसाद वितरित करें।