पीपल में पितरों का वास माना गया है।
पूजन के दौरान पीपल की परिक्रमा अवश्य करें।
दीपक को वृक्ष के नीचे रखकर छाया दान करें।
श्राद्ध, पिंडदान आदि से पितृ प्रसन्न होते हैं।
स्वयं को शुद्ध करें और पितृ दोष से बचें।
मिट्टी के दीए में तेल डालकर बाती जलाएं।
पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करें।