सनातन धर्म में चातुर्मास का विशेष महत्व है।
इस दौरान भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं।
चातुर्मास 17 जुलाई 2024 से शुरू होगा।
इस दिन एकादशी तिथि को भगवान विष्णु विश्राम करेंगे।
12 नवंबर 2024 को देवउठनी एकादशी तिथि को चातुर्मास समाप्त होगा।
चातुर्मास में विवाह, सगाई, सिर मुंडवाना व गृहप्रवेश वर्जित होते हैं।
चातुर्मास में रामायण, सुंदरकांड और गीता का पाठ करें।