मंत्र पढ़ना जीवन में आने वाली परेशानियों को दूर करता है और देवी-देवता को प्रसन्न करता है।
सुबह नहाने के बाद भगवान शालिग्राम को स्नान कराएं, चंदन, फूल और भोग लगाएं।
पूजा करते समय दीपक जलाना चाहिए।
‘ऊँ नारायणाय विद्महे, वासुदेवाय धीमहि, तन्नो विष्णु प्रचोदयात्’ मंत्र पढ़ें।
घर में एक से ज्यादा शालिग्राम रखने से वास्तु दोष हो सकता है।
शालिग्राम की पूजा करते समय मांस-मदिरा का सेवन न करें।
भगवान शालिग्राम को तुलसी के पौधे के पास रखें।