अरब सागर में तनाव: भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभ्यास आमने-सामने
तनावपूर्ण स्थिति का सामना
नई दिल्ली: अरब सागर में स्थिति अत्यंत तनावपूर्ण हो गई है। पाकिस्तान ने उन समुद्री क्षेत्रों में लाइव-फायर नौसैनिक अभ्यास आरंभ कर दिए हैं, जहां भारत पहले से ही अपने सबसे बड़े सैन्य अभ्यास 'त्रिशूल' का संचालन कर रहा है। दोनों परमाणु संपन्न पड़ोसी देशों के युद्धाभ्यास अब एक ही समुद्री क्षेत्र में हो रहे हैं, जिससे गलती की कोई गुंजाइश नहीं बची है।
पाकिस्तान का सैन्य अभ्यास
पाकिस्तान की नौसेना ने शनिवार को यह जानकारी दी कि 2 से 5 नवंबर तक उत्तरी अरब सागर के लगभग 6,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में उसका युद्धाभ्यास चलेगा। यह वही क्षेत्र है, जो भारतीय नौसेना, वायुसेना और थलसेना के 'त्रिशूल' अभ्यास का हिस्सा है। पाकिस्तान ने चेतावनी दी है कि सभी नौका चालक इस क्षेत्र से दूर रहें।
सैन्य अभ्यास का समय
उत्तरी अरब सागर का क्षेत्र भारत और पाकिस्तान की समुद्री सीमाओं के निकट है। ऐसे में दोनों अभ्यासों का एक-दूसरे के क्षेत्र में आना स्वाभाविक है, लेकिन समय का मेल चिंता बढ़ाने वाला है। पाकिस्तान ने अपने अभ्यास की घोषणा ठीक दो दिन बाद की, जब भारत ने राजस्थान, गुजरात और अरब सागर में फैले दो हफ्तों के 'त्रिशूल' अभ्यास की शुरुआत की। यह भारत का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास है, जो मई में पाकिस्तान के साथ हुई चार दिन की टकराव के बाद हो रहा है।
अभ्यासों में दिक्कतें
रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तानी युद्धपोत सतह और पनडुब्बी स्तर पर लाइव फायरिंग कर रहे हैं, जो भारतीय नौसेना के अभ्यास क्षेत्र से टकरा रहा है। भू-खुफिया विशेषज्ञ डेमियन साइमोन के अनुसार, दोनों देशों ने लगभग एक ही समुद्री क्षेत्र को अपने अभ्यास के लिए चिन्हित किया है।
ऑपरेशन सिंदूर का प्रभाव
ये अभ्यास ऑपरेशन सिंदूर के केवल छह महीने बाद हो रहे हैं। मई में हुए इस अभियान में भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर हमला किया था। इस ऑपरेशन ने दोनों देशों को युद्ध के मुहाने तक पहुंचा दिया था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में कहा था कि पाकिस्तान अब भी मई की घटनाओं से उबर नहीं पाया है। उन्होंने अक्टूबर में सिर क्रीक क्षेत्र को लेकर सख्त चेतावनी दी थी कि अगर पाकिस्तान ने कोई हरकत की तो भारत की प्रतिक्रिया इतिहास और भूगोल दोनों बदल देगी।
विवादित क्षेत्र
गुजरात और पाकिस्तान के सिंध प्रांत के बीच 96 किलोमीटर लंबा सिर क्रीक क्षेत्र दोनों देशों के बीच विवादित है। यही क्षेत्र दोनों अभ्यासों के दायरे में आता है। इस विवाद पर भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले 13 वर्षों से कोई गंभीर वार्ता नहीं हुई है।
