Newzfatafatlogo

ट्रंप का दावा: व्यापार समझौतों से भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम किया

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक बयान में कहा कि उनके प्रशासन ने व्यापार समझौतों के माध्यम से भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को नियंत्रित किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दोनों देशों के बीच युद्ध की स्थिति को टालने में उनकी रणनीति ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ट्रंप का यह बयान वैश्विक शांति के प्रयासों को दर्शाता है और उनके प्रशासन की कूटनीतिक भूमिका को उजागर करता है।
 | 
ट्रंप का दावा: व्यापार समझौतों से भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम किया

ट्रंप का बड़ा बयान

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 19 जुलाई को एक महत्वपूर्ण बयान दिया, जिसमें उन्होंने भारत और पाकिस्तान जैसे दो परमाणु शक्तियों के बीच बढ़ते तनाव को नियंत्रित करने का श्रेय अपने प्रशासन को दिया। ट्रंप ने कहा कि उनके व्यापारिक समझौतों ने दोनों देशों के बीच युद्ध की स्थिति को टालने में मदद की। यह बयान उस समय आया है जब वैश्विक स्तर पर भारत और पाकिस्तान के संबंधों पर चर्चा हो रही है।


युद्ध की स्थिति से बचाव

राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, "हमने कई युद्धों को रोका है, और ये युद्ध गंभीर थे, विशेषकर भारत और पाकिस्तान के बीच। वहां विमानों को गिराया जा रहा था। मुझे लगता है कि वास्तव में पांच जेट विमानों को गिराया गया था। ये दोनों देश गंभीर परमाणु शक्तियों के मालिक हैं, और वे एक-दूसरे पर हमला कर रहे थे। यह युद्ध का एक नया रूप प्रतीत होता है।" ट्रंप ने यह भी बताया कि हाल ही में ईरान के खिलाफ उनकी कार्रवाई, जिसमें उन्होंने उनकी परमाणु क्षमता को पूरी तरह से नष्ट कर दिया, इसका एक उदाहरण है।


व्यापार के माध्यम से समाधान

व्यापार से समाधान

ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव, जो "बड़ा और खतरनाक होता जा रहा था", उनके प्रशासन ने व्यापारिक समझौतों के माध्यम से सुलझाया। उन्होंने कहा, "हमने कहा, यदि आप लोग हथियारों और संभवतः परमाणु हथियारों का उपयोग करेंगे, तो हम कोई व्यापार समझौता नहीं करेंगे। दोनों ही शक्तिशाली परमाणु देश हैं।" ट्रंप के अनुसार, इस रणनीति ने दोनों देशों को शांत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


वैश्विक शांति में योगदान

वैश्विक शांति में योगदान

हालांकि, ट्रंप का यह बयान उनकी विदेश नीति के तहत वैश्विक शांति स्थापना के प्रयासों को दर्शाता है। उन्होंने भारत और पाकिस्तान जैसे महत्वपूर्ण देशों के बीच तनाव को कम करने के लिए व्यापार को एक उपकरण के रूप में इस्तेमाल करने की बात कही। यह दावा उनके प्रशासन की वैश्विक कूटनीति में भूमिका को उजागर करता है।