पाकिस्तान में आत्मघाती हमले के बाद रक्षा मंत्री का बड़ा बयान: क्या है युद्ध की स्थिति?
इस्लामाबाद में बम विस्फोट से मचा हड़कंप
नई दिल्ली : पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में हुए आत्मघाती बम विस्फोट ने पूरे देश में खलबली मचा दी है। रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान अब “युद्ध की स्थिति” में है और इस हमले को राष्ट्र के लिए एक “जागृति का संकेत” करार दिया। हालांकि, उन्होंने किसी प्रतिकूल देश का नाम नहीं लिया, लेकिन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) द्वारा हमले की जिम्मेदारी लेने के बाद अफगान तालिबान सरकार पर असंतोष व्यक्त किया। पाकिस्तान लंबे समय से अफगान तालिबान पर TTP के आतंकवादियों को शरण देने का आरोप लगाता रहा है, जिसे काबुल ने हमेशा नकारा है।
इस्लामाबाद हमले पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
ख्वाजा आसिफ का बयान
उन्होंने अपने X अकाउंट पर लिखा कि “हम युद्ध की स्थिति में हैं। जो कोई यह सोचता है कि पाकिस्तान की सेना केवल अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र और बलोचिस्तान के दूरदराज इलाकों में इस युद्ध को लड़ रही है, उसे इस्लामाबाद जिला अदालतों में हुए आत्मघाती हमले को गंभीर संकेत के रूप में लेना चाहिए। यह पूरे पाकिस्तान के लिए युद्ध है, जिसमें पाकिस्तान सेना रोजाना बलिदान दे रही है और लोगों को सुरक्षित महसूस कराने का प्रयास कर रही है।”
संभावित सीमा पार कार्रवाई और चेतावनी
आतंकवादी हमलों के बाद की स्थिति
रक्षा मंत्री ने हाल के इस्लामाबाद और दक्षिण वजीरिस्तान में हुए आतंकवादी हमलों के बाद अफगानिस्तान में हवाई या थल सीमा पार कार्रवाई की संभावना को खारिज नहीं किया। उन्होंने अफगान तालिबान सरकार पर हमलों के पीछे के आतंकवादियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया। ख्वाजा आसिफ ने भारत और अफगानिस्तान को भी चेतावनी दी कि किसी भी शत्रुतापूर्ण कार्रवाई का जवाब पाकिस्तान “उसी सिक्के से” देगा।
अफगान तालिबान की निंदा को अस्वीकार
आतंकवादियों का संरक्षण
असिफ ने अफगान तालिबान की हमले की निंदा वाली बयानबाजी को गंभीरता से न लेने की बात कही और कहा कि जिन आतंकवादियों को अफगान तालिबान ने आश्रय दिया है, वे लगातार पाकिस्तान पर हमले कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसे हमले पाकिस्तान की सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए चुनौती हैं, और देश अपनी रक्षा के लिए निर्णायक कदम उठाने को तैयार है।
पाकिस्तान का आक्रामक दृष्टिकोण
आगे की रणनीति
इस पूरे घटनाक्रम से यह स्पष्ट है कि पाकिस्तान का दृष्टिकोण अब आक्रामक हो गया है और वह सीमा पार कार्रवाई समेत सभी विकल्पों पर विचार कर रहा है, जिससे अफगान तालिबान और TTP के बीच तनाव और बढ़ सकता है।
