भारत-भूटान संबंधों में नई ऊँचाई: पीएम मोदी का महत्वपूर्ण दौरा
प्रधानमंत्री मोदी ने भूटान की यात्रा के दौरान महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं, जिसमें ₹4000 करोड़ की लाइन ऑफ क्रेडिट शामिल है। इस दौरे में भारत और भूटान के बीच सामरिक संबंधों को मजबूत करने के लिए कई एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। मोदी ने भूटान के विकास में सहयोग और ऊर्जा साझेदारी की सराहना की, जिससे दोनों देशों के बीच संबंध और भी मजबूत होंगे। जानें इस यात्रा की सभी महत्वपूर्ण बातें और भविष्य की योजनाएं।
| Nov 12, 2025, 11:47 IST
भारत और भूटान के बीच मजबूत संबंध
भारत और भूटान के बीच संबंध हमेशा से विशेष रहे हैं। दोनों देशों ने आपसी सहयोग को बनाए रखा है, और इस बार पीएम मोदी ने भूटान की यात्रा कर एक नया अध्याय जोड़ा है। यह दौरा महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस दौरान दोनों देशों ने सामरिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए कदम उठाए हैं। इस यात्रा की एक प्रमुख विशेषता भारत द्वारा भूटान के लिए ₹4000 करोड़ की लाइन ऑफ क्रेडिट की घोषणा है, जिससे भूटान को अपने विकास परियोजनाओं के लिए वित्तीय सहायता मिलेगी।
प्रधानमंत्री मोदी का संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने भूटान के पूर्व राजा जिग्मे सिंग्ये वांगचुक की 70वीं जयंती के अवसर पर चांगलीमेथांग स्टेडियम में एक कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने कहा कि कनेक्टिविटी नए अवसरों का निर्माण करती है, जो समृद्धि की ओर ले जाती है। इसी दृष्टिकोण के तहत, गेलेफु और समत्से शहरों को भारत के विस्तृत रेल नेटवर्क से जोड़ने का निर्णय लिया गया है। मोदी ने कहा कि इस परियोजना के पूरा होने से भूटान के उद्योगों और किसानों को भारत के बड़े बाजार तक पहुंचने में आसानी होगी। इसके अलावा, दोनों देशों ने सीमा पर बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर भी तेजी से काम करने का निर्णय लिया है। उन्होंने गेलेफु माइंडफुलनेस सिटी पहल का उल्लेख करते हुए इसके विकास के लिए भारत के पूर्ण समर्थन की पुष्टि की। इसके साथ ही, भारत जल्द ही गेलेफु के पास एक आव्रजन चौकी स्थापित करेगा, जिससे आगंतुकों और निवेशकों को सुविधा मिलेगी।
एमओयू पर हस्ताक्षर
दोनों देशों के बीच तीन महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देंगे। पहला एमओयू नवीनीकरण ऊर्जा के क्षेत्र में है, जिसका उद्देश्य सौर, पवन, बायोमास, ऊर्जा भंडारण, ग्रीन हाइड्रोजन और क्षमता निर्माण में सहयोग करना है। दूसरा एमओयू स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में है, जिसका लक्ष्य दवाओं, डायग्नोस्टिक उपकरणों, मातृ स्वास्थ्य, पारंपरिक चिकित्सा, डिजिटल स्वास्थ्य और स्वास्थ्य पेशेवरों के प्रशिक्षण में सहयोग बढ़ाना है। तीसरा एमओयू मानसिक स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए है।
भारत-भूटान की ऊर्जा साझेदारी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और भूटान का विकास तेजी से हो रहा है और उनकी ऊर्जा साझेदारी इस विकास को गति दे रही है। उन्होंने बताया कि भारत-भूटान जलविद्युत सहयोग की नींव पूर्व नरेश के नेतृत्व में रखी गई थी। मोदी ने भूटान के नेतृत्व की सराहना की, जिसने सतत विकास और पर्यावरण-प्रथम दृष्टिकोण को आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि भूटान ने दुनिया का पहला कार्बन-निगेटिव देश बनने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जो एक असाधारण उपलब्धि है। भूटान प्रति व्यक्ति नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन में विश्व के शीर्ष देशों में से एक है और वर्तमान में अपनी 100 प्रतिशत बिजली का उत्पादन नवीकरणीय स्रोतों से करता है।
