पत्तों का काढ़ा बनाकर शहद के साथ सेवन करने से किडनी स्वस्थ रहती है।
पत्थरचट्टा की पत्तियों से बनाएं रामबाण इलाज, गॉल ब्लेडर पथरी से राहत मिलेगी।
सिरदर्द में पत्थरचट्टा की पत्तियों का लेप लगाएं, आराम मिलेगा।
पत्तियों को पीसकर रस सेवन करने से हाई बीपी नियंत्रित होती है।
गर्म किए गए पत्थरचट्टा के लेप से घाव और चोटों के निशान दूर होते हैं।
इसे एयर प्लांट, लाइफ प्लांट, मैजिक लीफ कहा जाता है।
पत्थरचट्टा के पत्तों का आयुर्वेद में विशेष महत्व है।