इम्यूनिटी कमजोर होने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
घावों का ठीक होना समय लेता है।
हर समय थकान महसूस होना।
त्वचा समस्याएँ बढ़ जाती हैं।
बार-बार बुखार होना।
संक्रमणों का ज्यादा फैलाव।
आँखों में संक्रमण होना।