निशा काल में भगवान शिव के रौद्र रूप काल भैरव की पूजा।
भगवान शिव की मंदिरों की सजावट।
अनुष्ठान करके सिद्धि प्राप्त करें।
गरीबों को अनाज और कपड़े दान करें।
काल भैरव को भोग लगाएं।
तामसिक चीजों का सेवन न करें।
अनुष्ठान से शुभ फल प्राप्त करें।