हिंदू धर्म में मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है।
विवाह पंचमी 17 दिसंबर को, श्रीराम-जानकी का विवाह हुआ था।
महर्षि तुलसीदास ने रामचरितमानस में इस विशेष घटना का वर्णन किया है।
शुभ मुहूर्त: 16 दिसंबर, शाम 8 बजे से 17 दिसंबर, शाम 5 बजकर 53 मिनट।
इस दिन हर्षण योग बन रहा है, भगवान श्रीराम और माता जानकी की पूजा करें।
विवाह पंचमी पर बालव और कौलव करण योग का निर्माण हो रहा है।
भगवान श्रीराम और माता जानकी की पूजा से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।