सावन मास में पाचन क्रिया धीमी रहती है।
बारिश में दही में बैक्टीरिया पनपते हैं।
कढ़ी में बेसन और दही का पाचन कठिन होता है।
दही से बनी कढ़ी खाने से गले में खराश हो सकती है।
सावन में दही खाने से खांसी हो सकती है।
कढ़ी खाने से पाचन शक्ति पर बुरा असर पड़ता है।
बारिश में दूध और उससे बनी चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए।