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रूसी जासूस ने खोले जासूसी के राज: कैसे बनते हैं 'सेक्स स्पाई'?

अलिया रोजा, एक पूर्व रूसी जासूस, ने अपने जासूसी करियर के बारे में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया कि कैसे जासूस अपने लक्ष्यों को फंसाने के लिए भावनात्मक तकनीकों का उपयोग करते हैं। जानें कि वे कैसे अपने लक्ष्यों के करीब जाते हैं और उन्हें जानकारी देने के लिए मजबूर करते हैं। इस लेख में जासूसी की दुनिया के अनकहे राजों का खुलासा किया गया है।
 

रूसी पूर्व जासूस के चौंकाने वाले खुलासे


नई दिल्ली: एक पूर्व रूसी जासूस, जो वर्तमान में अमेरिका में रह रही है, ने अपने जासूसी अनुभवों के बारे में कई चौंकाने वाले तथ्य साझा किए हैं। अलिया रोजा नाम की इस महिला ने बताया कि उन्हें और उनकी टीम को अपने लक्ष्यों को आकर्षित करने और उनसे संवेदनशील जानकारियाँ प्राप्त करने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाता था। उन्होंने मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि जब वह एक 'इंटेलिजेंस टारगेट' के प्रति आकर्षित हुईं, तो उन्हें अपने देश से बाहर निकाल दिया गया।


जासूसों की प्रशिक्षण प्रक्रिया

रोजा ने बताया कि उन्हें बचपन से ही जासूस बनने की शिक्षा दी गई थी। इस दौरान उन्हें यह सिखाया गया कि किसी व्यक्ति के करीब कैसे जाना है, उनकी भावनाओं को कैसे समझना है और फिर उस जानकारी का उपयोग कैसे करना है। वे अपने लक्ष्यों की भावनाओं और कमजोरियों का विश्लेषण करते हैं और फिर उसी के माध्यम से उन्हें प्रभावित करते हैं।


प्यार के जाल में फंसाने की तकनीक

अलिया रोजा के अनुसार, जासूस सीधे अपने लक्ष्यों से संपर्क नहीं करते। वे पहले धीरे-धीरे उनके जीवन में शामिल होते हैं। वे पहले उनके साथ कई बार मिलते हैं, जैसे कि कॉफी शॉप में, जिम में या सोशल मीडिया पर। जब वे अंततः मिलते हैं, तब तक लक्ष्य का दिमाग पहले से ही उन पर भरोसा करने लगता है।


इसके बाद 'लव बॉम्बिंग' का चरण आता है, जहां जासूस अपने लक्ष्यों को भावनात्मक रूप से फंसा लेते हैं। वे तारीफें करते हैं, सेल्फी और बिकिनी फोटो भेजते हैं, और कमजोर होने का नाटक करते हैं। इससे सामने वाला खुद को हीरो समझने लगता है।


भावनात्मक संबंध के बाद की चालबाजी

जब लक्ष्य पूरी तरह से भावनात्मक रूप से जुड़ जाता है, तो जासूस उसके आत्मविश्वास पर हमला करते हैं। वे कहते हैं, 'तुम्हारा बॉस तुम्हारी कद्र नहीं करता' या 'तुम्हारे दोस्त तुम्हारा इस्तेमाल करते हैं।' इससे लक्ष्य को लगता है कि वही उसे समझती है। जब भावनात्मक रिश्ता मजबूत हो जाता है, तब जासूस असली मकसद सामने रखते हैं और जरूरी जानकारी की मांग करते हैं।


टेक प्रोफेशनल्स क्यों बनते हैं आसान शिकार?

रोजा ने बताया कि टेक इंडस्ट्री से जुड़े लोग, विशेषकर सिलिकॉन वैली के प्रोफेशनल्स, जासूसों के लिए आसान लक्ष्य होते हैं। वे बुद्धिमान होते हैं, लेकिन अक्सर ऑफिस में रहते हैं और महिलाओं के साथ कम इंटरैक्शन करते हैं। ऐसे में अगर कोई महिला अचानक उनकी ओर आकर्षित होती है, तो वे जल्दी प्रभावित हो जाते हैं।


उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने अमेरिका में कोई मिशन नहीं चलाया और उनके अधिकांश ऑपरेशन ब्रिटेन और यूरोप में हुए। उन्हें 2020 में अमेरिकी ग्रीन कार्ड मिला था।