2025 में विपरीत राजयोग: इन राशियों के लिए विशेष अवसर
2025 में विपरीत राजयोग
2025 में विपरीत राजयोग: शुक्र ग्रह के हालिया गोचर ने कुछ राशियों के लिए विशेष अवसर प्रदान किए हैं। 29 जून 2025 को शुक्र ने 365 दिनों के बाद अपनी मूल राशि वृषभ में प्रवेश किया और 26 जुलाई तक वहीं रहेंगे। इस अवधि में मालव्य राजयोग के साथ-साथ तुला राशि में विपरीत राजयोग का निर्माण भी हुआ है। ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, इस विशेष संयोग का प्रभाव तीन राशियों, तुला, कुंभ और कर्क पर सबसे अधिक पड़ेगा। इन राशियों के जातकों के लिए यह समय न केवल आर्थिक लाभ लाने वाला है, बल्कि जीवन में स्थायित्व, प्रतिष्ठा और पारिवारिक सुख भी बढ़ा सकता है।
इन 3 राशियों पर पड़ेगा असर
शुक्र को धन, वैभव, ऐश्वर्य और प्रेम का कारक माना जाता है। जब यह तुला राशि में विपरीत राजयोग का निर्माण करता है, तो इसके परिणाम अक्सर अप्रत्याशित होते हैं। तुला, कुंभ और कर्क राशि के जातकों को इस योग के चलते नए अवसर, पुराने विवादों का समाधान और पारिवारिक सुख की प्राप्ति हो सकती है।
तुला राशि
तुला राशि की कुंडली में शुक्र लग्न के स्वामी होकर आठवें भाव में स्थित हैं, जो गुप्त धन, पैतृक संपत्ति और अचानक लाभ से जुड़ा हुआ है। शुक्र की दृष्टि दूसरे भाव पर पड़ रही है, जो धन का भाव है। इसका स्पष्ट संकेत है कि तुला राशि के जातकों को अचानक धन लाभ हो सकता है। चाहे वह शेयर बाजार, संपत्ति या पैतृक जमीन-जायदाद से संबंधित हो, लाभ के प्रबल योग हैं। इसके अलावा, मानसिक और शारीरिक सुख की स्थिति में सुधार होगा। पहले से चल रही स्वास्थ्य समस्याओं या पारिवारिक कलहों से राहत मिल सकती है। शुक्र की शुभ दृष्टि प्रेम संबंधों को भी बेहतर बनाएगी और जीवन में आनंद का संचार करेगी।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए यह गोचर सौभाग्य लेकर आया है। शुक्र इस राशि की कुंडली में चौथे भाव में स्थित हैं, जिसे पारिवारिक सुख, माता और स्थायी संपत्ति का कारक माना जाता है। इस भाव में शुक्र का प्रभाव व्यक्ति को मानसिक शांति, घर-परिवार में स्नेह और स्थायित्व प्रदान करता है। राजनीति, सामाजिक कार्य या सरकारी योजनाओं से जुड़े जातकों को जनता का समर्थन मिल सकता है। दशम भाव (कर्मभाव) पर शुक्र की दृष्टि कार्यक्षेत्र में भी सुधार के संकेत देती है। लंबे समय से चल रही करियर की अड़चनें दूर हो सकती हैं। प्रमोशन या नई जिम्मेदारी मिलने के योग भी प्रबल हैं। साथ ही दांपत्य जीवन भी सुखमय रहेगा और जीवनसाथी से बेहतर तालमेल बनेगा।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए भी यह समय शुभ संकेत लेकर आया है। शुक्र इस राशि में चौथे भाव के स्वामी होकर एकादश (ग्यारहवें) भाव में गोचर कर रहे हैं। 11वां भाव आय, आकांक्षाओं और लाभ से जुड़ा होता है। शुक्र की दृष्टि पंचम भाव (संतान व रचनात्मकता) पर पड़ रही है, जिससे जातकों को संतान सुख, प्रेम और शिक्षा में सफलता मिल सकती है।
इन राशियों का अब अधूरा सपना होगा पूरा
भूमि, मकान या वाहन खरीदने का सपना अब पूरा हो सकता है। माता के स्वास्थ्य में सुधार होगा और उनके साथ संबंधों में मधुरता आएगी। जीवन में प्रेम, रोमांस और रचनात्मकता बढ़ेगी। हाल ही में शनि की साढ़ेसाती से बाहर आए कर्क जातकों के लिए यह राहत भरा समय रहेगा। आकस्मिक धन लाभ और विवाह के योग भी बन रहे हैं। वृषभ में शुक्र का गोचर और तुला राशि में बना विपरीत राजयोग तीन राशियों के लिए विशेष फलदायी साबित हो सकता है। इन दिनों में यदि उचित प्रयास किए जाएं तो जातक आर्थिक रूप से समृद्ध हो सकते हैं, रिश्तों में मजबूती आ सकती है और सामाजिक प्रतिष्ठा में भी वृद्धि हो सकती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यह समय आत्म-संयम, सकारात्मक दृष्टिकोण और प्रयासों में निरंतरता बनाए रखने का है, जिससे इस शुभ संयोग का पूरा लाभ उठाया जा सके।