पंजाब सरकार का डेयरी फार्मिंग को बढ़ावा देने का प्रयास
पंजाब में डेयरी फार्मिंग को प्रोत्साहन
पंजाब सरकार ने 30,598 दुधारू पशुओं का बीमा किया
चंडीगढ़। पंजाब एक कृषि प्रधान राज्य है, जहां ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति मुख्य रूप से कृषि पर निर्भर करती है। सरकार का उद्देश्य है कि लोग कृषि के साथ-साथ इससे जुड़े सहायक व्यवसायों को अपनाकर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करें। डेयरी फार्मिंग इनमें से एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। इसी दिशा में, सरकार डेयरी फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है।
पशुपालन, डेयरी विकास और मछली पालन मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने बताया कि डेयरी विकास विभाग ने डेयरी फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए पिछले एक वर्ष में 30,598 दुधारू पशुओं का बीमा किया है, जिससे किसानों को वित्तीय सुरक्षा मिली है।
पशु हानि पर क्लेम की राशि
खुड्डियां ने विभाग के विभिन्न प्रोजेक्टों की समीक्षा करते हुए बताया कि राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत, पशुधन बीमा योजना के अंतर्गत सामान्य वर्ग के किसानों के लिए 70,000 रुपए प्रति पशु क्लेम की सीमा है, जबकि अनुसूचित जाति और पिछड़ी श्रेणी के किसानों के लिए प्रीमियम दर 672 रुपए है।
उन्होंने कहा कि अब तक 1056 किसानों को 7.39 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान की जा चुकी है। पंजाब सरकार डेयरी किसानों की भलाई के प्रति प्रतिबद्ध है और अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे युवाओं को डेयरी फार्मिंग के प्रति जागरूक करें।
204 किसानों को वितरित किए गए 3 करोड़ रुपए
पशुपालन विभाग के प्रमुख सचिव राहुल भंडारी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान 2 से 20 पशुओं वाले डेयरी यूनिट स्थापित करने के लिए 204 किसानों को 3 करोड़ रुपए वितरित किए गए हैं। इसके अलावा, 9150 बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के लिए डेयरी प्रशिक्षण दिया गया है।