×

बिहार बायोफ्यूल डायलॉग्स 2025: हरित ऊर्जा की दिशा में एक नया कदम

बिहार ने बायोफ्यूल नीति 2025 का अनावरण किया है, जो हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने, किसानों की आय में वृद्धि और सतत विकास को प्रोत्साहित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा की उपस्थिति में आयोजित इस कार्यक्रम में कई प्रमुख व्यक्तियों ने भाग लिया। नई नीति से सीबीजी उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे राज्य में आर्थिक और पर्यावरणीय विकास को गति मिलेगी। जानें इस नीति के पीछे के उद्देश्य और इसके संभावित लाभ।
 

बायोफ्यूल नीति का अनावरण

Bihar Biofuel Dialogues 2025: यह नई नीति राज्य में हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने, कंप्रेस्ड बायो-गैस (सीबीजी) के उत्पादन को प्रोत्साहित करने, किसानों की आय में वृद्धि करने और सतत विकास को आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। बायोफ्यूल उत्पादन प्रोत्साहन (संशोधित) नीति 2025 का औपचारिक अनावरण उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा की उपस्थिति में किया गया।


कार्यक्रम में शामिल प्रमुख व्यक्ति

कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन से हुई। मंच पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा, अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह, विजय लक्ष्मी, सुरेश कुमार रुंगटा, कुंदन कुमार, सुधीर कुमार पोरिका, मुकुल कुमार गुप्ता, शेखर आनंद, यशपाल मीणा और विजय प्रकाश मीणा जैसे कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित थे।


उद्यमियों और पर्यावरण के लिए लाभकारी

यशपाल मीणा ने स्वागत भाषण दिया, जिसके बाद मिहिर कुमार सिंह ने बिहार में बायोफ्यूल, विशेषकर सीबीजी उत्पादन की संभावनाओं और नई नीति के प्रभावों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि यह नीति किसानों, उद्यमियों और पर्यावरण के लिए लाभकारी साबित होगी। नीति में संशोधन निवेशकों को स्पष्ट दिशा और प्रोत्साहन प्रदान करते हैं।


विकसित भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम

उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि बिहार की बायोफ्यूल नीति नवाचार और निवेश को प्रोत्साहित करेगी। यह न केवल राज्य की हरित ऊर्जा की दिशा में प्रतिबद्धता को दर्शाती है, बल्कि किसानों के लिए नए अवसर भी लाएगी। बिहार जल्द ही बायोफ्यूल उत्पादन में अग्रणी राज्यों में शामिल होगा। यह नीति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।


सीबीजी क्षेत्र में निवेश की संभावनाएं

‘इंडस्ट्री स्पीक्स’ सत्र में कई निवेशकों ने राज्य सरकार की नीति की सराहना की और सीबीजी क्षेत्र में निवेश की इच्छा जताई। वर्तमान में बिहार में 12 इथेनॉल इकाइयां कार्यरत हैं, जिनकी कुल उत्पादन क्षमता 1617.5 किलोलीटर प्रति दिन है। BIADA चयनित औद्योगिक क्षेत्रों में सीबीजी इकाइयों के लिए 25% औद्योगिक जमीन 30 वर्षों के लिए 75,000 रुपये प्रति एकड़ प्रति वर्ष की दर पर पट्टे पर देगा। इस आयोजन के बाद बिहार को महत्वपूर्ण निवेश मिलने की संभावना है, जिससे राज्य के आर्थिक और पर्यावरणीय विकास को गति मिलेगी।