भारत के प्रमुख शिव मंदिर जहां घंटी बजाना है अनिवार्य
भारत में कई शिव मंदिर हैं जहां घंटी बजाना पूजा का अनिवार्य हिस्सा है। इस लेख में हम आपको तीन प्रमुख मंदिरों के बारे में बताएंगे, जहां घंटी की ध्वनि नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है और भक्तों की इच्छाओं को पूरा करती है। जानें कैलासनाथर, घृष्णेश्वर और घंटेश्वर महादेव मंदिर की विशेष परंपराओं के बारे में।
Nov 7, 2025, 10:47 IST
घंटी बजाने की परंपरा
हिंदू धर्म में पूजा आरंभ करने से पहले घंटी बजाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। भारत में अनेक मंदिर हैं, और प्रत्येक मंदिर की अपनी विशेष कहानी और परंपरा है। यह माना जाता है कि घंटी की आवाज नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है और वातावरण को पवित्र बनाती है। कुछ विशेष शिव मंदिरों में घंटी बजाना केवल परंपरा नहीं, बल्कि पूजा का एक अनिवार्य हिस्सा है। यहां घंटी बजाए बिना पूजा अधूरी मानी जाती है।
महादेव के मंदिरों का महत्व
महादेव के इन मंदिरों में घंटी का विशेष महत्व है। इस लेख में हम आपको भारत के तीन प्रसिद्ध शिव मंदिरों के बारे में बताएंगे, जहां घंटी बजाना पूजा की प्रक्रिया का अनिवार्य अंग है। आइए जानते हैं इन मंदिरों के बारे में...
कैलासनाथर मंदिर
कैलासनाथर मंदिर
तमिलनाडु के कांचीपुरम में स्थित कैलासनाथर मंदिर एक प्राचीन शिव मंदिर है, जिसका निर्माण 8वीं शताब्दी में पल्लव वंश के दौरान हुआ था। यहां जो भक्त सच्चे मन से पूजा करते हैं और घंटी बजाते हैं, उनकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं।
इस मंदिर में घंटी बजाने की परंपरा भगवान शिव को जागृत करने के लिए नहीं, बल्कि भक्त की अपनी चेतना को जागृत करने के लिए होती है। घंटी की ध्वनि आध्यात्मिक कंपन उत्पन्न करती है, जो भक्त के ध्यान को स्थिर करती है। यहां घंटी बजाए बिना की गई पूजा अधूरी मानी जाती है।
घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर
घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर
यह मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में अंतिम स्थान रखता है और औरंगाबाद जिले के एलोरा गुफाओं के पास स्थित है। यहां हर भक्त को मंदिर में प्रवेश करने से पहले घंटी बजाना अनिवार्य है। यह घंटी केवल पूजा का संकेत नहीं, बल्कि भगवान शिव के प्रति अपनी उपस्थिति और समर्पण की घोषणा भी है।
माना जाता है कि घंटी बजाने से भक्त अपनी नकारात्मकता को छोड़कर मंदिर में प्रवेश करता है और यहां घंटी बजाकर मांगी गई इच्छाएं अवश्य पूरी होती हैं।
घंटेश्वर महादेव मंदिर
घंटेश्वर महादेव मंदिर
इस मंदिर की विशेषता यहां लगी सैकड़ों छोटी-बड़ी घंटियों की श्रृंखला है, जो दूर से ही श्रद्धालुओं का ध्यान आकर्षित करती है। हर भक्त दर्शन से पहले घंटी बजाता है। मान्यता है कि सच्चे मन से घंटी बजाने पर भगवान शिव हर इच्छा पूरी करते हैं।
मन्नत पूरी होने पर भक्त यहां बड़ी पीतल की घंटी चढ़ाते हैं, जिसे मंदिर परिसर में सम्मान के साथ लटकाया जाता है। सावन और महाशिवरात्रि के अवसर पर यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है।