मंगल ग्रह को मजबूत करने के उपाय और कमजोर मंगल के लक्षण
मंगल ग्रह का महत्व
ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को ऊर्जा और आत्मविश्वास का प्रतीक माना जाता है। यह ग्रह जातक को साहसी बनाता है और करियर में सफलता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि मंगल ग्रह कुंडली में कमजोर स्थिति में है, तो जातक को जीवन में कई उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। कमजोर मंगल के कारण जातक का स्वभाव चिड़चिड़ा हो सकता है। वर्तमान में, ग्रहों की स्थिति के अनुसार मंगल अस्त अवस्था में है। इस लेख में, हम कमजोर मंगल के लक्षण और इसे मजबूत करने के उपायों पर चर्चा करेंगे।
कुंडली में कमजोर मंगल के लक्षण
जब किसी जातक की कुंडली में मंगल कमजोर होता है, तो उसे परिवार और समाज में बार-बार झगड़ों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा, ऐसे जातक कानूनी मामलों में भी उलझ सकते हैं।
मंगल के कमजोर होने पर व्यक्ति को गुस्सा जल्दी आता है।
इस स्थिति में, रक्तचाप से संबंधित समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसे लोग अक्सर शारीरिक रूप से कमजोर होते हैं और जल्दी थक जाते हैं।
कभी-कभी मेहनत करने के बावजूद मनचाहा परिणाम नहीं मिलता या परिणाम में देरी होती है।
जिनकी कुंडली में मंगल कमजोर होता है, वे बिना कारण गुस्सा करते हैं।
निर्णय लेने में भी उन्हें कठिनाई होती है, और उनके मन में संकोच और अनचाहा डर बना रहता है।
मंगल को मजबूत करने के उपाय
मंगल ग्रह को मजबूत करने के लिए हर मंगलवार हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। यदि संभव हो, तो इसे रोजाना पढ़ना लाभकारी हो सकता है।
मंगलवार को हनुमानजी को चोला चढ़ाने से मंगल दोष से संबंधित समस्याएं कम हो जाती हैं।
अपनी कुंडली को अच्छे ज्योतिषी से दिखाकर उनकी सलाह पर मूंगा रत्न धारण करना भी फायदेमंद हो सकता है।
मंगलवार को 'ऊँ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम:' मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें। हनुमानजी की तस्वीर के सामने तिल के तेल का दीपक जलाकर इस मंत्र का जाप करें।
आप मंगल ग्रह को मजबूत करने के लिए मंगलवार का व्रत भी रख सकते हैं।