रंग-बिरंगे जूतों का ज्योतिषीय प्रभाव: जानें क्या करें
रंग-बिरंगे जूतों का चलन और ज्योतिषीय चेतावनी
आजकल के युवा फैशन के चलते विभिन्न रंगों के जूतों का चयन कर रहे हैं। कुछ नीले, तो कुछ लाल, पीले या हरे रंग के जूते पहनते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ज्योतिष शास्त्र में इन रंगीन जूतों के बारे में खास चेतावनी दी गई है? ज्योतिषियों के अनुसार, पैर वह अंग है जो पृथ्वी तत्व से सीधे जुड़ा होता है, और इस पर पहने जाने वाले जूते और वस्त्र व्यक्ति के ग्रहों पर प्रभाव डालते हैं।
रंग-बिरंगे जूतों के दुष्प्रभाव
चमकीले रंगों वाले जूते राहु ग्रह को सक्रिय कर देते हैं। ज्योतिष में राहु को छाया ग्रह माना जाता है, जो भ्रम, धोखा, आकस्मिक नुकसान और मानसिक तनाव का कारण बन सकता है।
राहु का प्रभाव:
चटक रंगों जैसे लाल, पीले, हरे या बैंगनी जूते राहु और केतु को प्रभावित करते हैं, जिससे जीवन में अस्थिरता, नौकरी में रुकावट, रिश्तों में तनाव और मानसिक बेचैनी हो सकती है।
अनियंत्रित ऊर्जा:
विभिन्न रंगों की ऊर्जा अलग-अलग ग्रहों से जुड़ी होती है। जब इन्हें अनियंत्रित तरीके से पहना जाता है, तो यह व्यक्ति की ऊर्जा प्रणाली को असंतुलित कर देती है।
धार्मिक दृष्टि से दोष:
पवित्र स्थानों या पूजा के समय रंगीन जूते पहनना राहु दोष को बढ़ा सकता है।
ज्योतिषीय उपाय
- जूतों में अधिक रंगों से बचें, खासकर चटक और चमकीले रंगों से।
- काले, भूरे या सफेद जैसे साधारण और संतुलित रंग के जूते पहनें।
- शनिवार और राहु काल में रंगीन जूते पहनने से बचें।
- फटे-पुराने और गंदे जूते राहु को और खराब करते हैं, ऐसे जूते न पहनें।
फैशन अपनी जगह है, लेकिन यदि यह आपकी किस्मत और मानसिक शांति पर असर डालता है, तो सतर्क रहना आवश्यक है। ज्योतिष के अनुसार संतुलित रंगों के जूते न केवल सौभाग्य बढ़ाते हैं, बल्कि राहु जैसे अशुभ ग्रह के प्रभाव को भी कम करते हैं।