वृश्चिक राशि में बुध का अस्त: जानें क्या होगा आपके लिए
बुध ग्रह का गोचर
वृश्चिक राशि में बुध का अस्त: बुध देव, जिन्हें ग्रहों का राजकुमार कहा जाता है, अब वृश्चिक राशि में गोचर करने वाले हैं। ज्योतिष में बुध को तार्किकता और बुद्धिमत्ता का प्रतीक माना जाता है। यह ग्रह संचार, व्यापार, यात्रा और विश्लेषणात्मक सोच का प्रतिनिधित्व करता है। बुध का कमजोर होना किसी व्यक्ति के लिए शुभ नहीं माना जाता। बुध के गोचर का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर गहरा पड़ता है। बुध 14 नवंबर की रात 3:01 बजे वृश्चिक राशि में अस्त होंगे, जहां पहले से ही मंगल ग्रह उपस्थित हैं।
बुध ग्रह 14 नवंबर की मध्यरात्रि से वृश्चिक राशि में अस्त होने जा रहे हैं, जहां पहले से ही मंगल देव अस्त चल रहे हैं। इस प्रकार, वृश्चिक राशि में मंगल और बुध का संयोग बन रहा है।
राशियों पर प्रभाव
मकर राशि:
इस राशि के जातकों के लिए बुध नौवें और छठे भाव का स्वामी होकर ग्यारहवें भाव में अस्त होंगे। इससे इन जातकों को विभिन्न क्षेत्रों में सफलता मिलने की संभावना है। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और आय में वृद्धि हो सकती है। स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा।
मीन राशि:
मीन राशि के जातकों के लिए बुध चौथे और सातवें भाव का स्वामी होकर नौवें भाव में अस्त होंगे। यह अवधि इनके लिए मिश्रित परिणाम लेकर आएगी। लंबे समय से रुके हुए कार्य पूरे हो सकते हैं और प्रेम जीवन में भी सुधार देखने को मिल सकता है। मानसिक तनाव से राहत मिल सकती है।
कन्या राशि:
कन्या राशि के जातकों के लिए बुध का अस्त होना लाभकारी साबित हो सकता है। यह राशि के दूसरे और दसवें भाव का स्वामी होकर तीसरे भाव में अस्त होगा। इससे कार्य में तेजी आएगी और उन्नति के अवसर बढ़ेंगे।