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सावन 2025: किन लोगों को सावन सोमवार का व्रत नहीं रखना चाहिए?

सावन का महीना भगवान शिव की भक्ति के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन सभी के लिए उपयुक्त नहीं। जानें किन लोगों को सावन सोमवार का व्रत नहीं करना चाहिए, जैसे स्वास्थ्य समस्याएं, गर्भवती महिलाएं, और बच्चे। इस लेख में व्रत के बिना भी शिव भक्ति के उपायों पर भी चर्चा की गई है।
 

सावन का महीना और उसकी महत्ता

Sawan 2025: सावन का महीना भगवान शिव की आराधना के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण और पवित्र माना जाता है। इस महीने के दौरान, भक्त हर सोमवार उपवास रखते हैं और भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए विशेष पूजा करते हैं। मान्यता है कि सावन में सोमवार का व्रत रखने से महादेव जल्दी प्रसन्न होते हैं और भक्तों की इच्छाएं पूरी करते हैं।


किसे सावन सोमवार का व्रत नहीं करना चाहिए?

हालांकि, यह धार्मिक व्रत सभी के लिए उपयुक्त नहीं है। कई बार स्वास्थ्य या अन्य कारणों से सावन सोमवार का उपवास करना हानिकारक हो सकता है। आइए जानते हैं किन लोगों को सावन में सोमवार का व्रत करने से बचना चाहिए और इसके पीछे के कारण क्या हैं।


स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं

जिनका स्वास्थ्य ठीक ना हो: जिन व्यक्तियों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं, उन्हें सावन का व्रत नहीं रखना चाहिए। विशेषकर पेट की बीमारियों, कमजोरी, थकान या डिहाइड्रेशन जैसी स्थितियों में उपवास से स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। खाली पेट रहने से पेट दर्द, चक्कर या अन्य समस्याएं हो सकती हैं।


महिलाएं और मासिक धर्म

मासिक धर्म वाली महिलाएं: मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को व्रत और पूजा से दूर रहने की सलाह दी जाती है। इस स्थिति में सावन सोमवार का व्रत नहीं करना चाहिए। यदि किसी महिला ने 16 सोमवार व्रत का संकल्प लिया है, तो वह मानसिक रूप से पूजा कर सकती हैं, लेकिन पूजा की वस्तुओं को छूने से बचें।


गर्भवती महिलाएं

गर्भवती महिलाएं: गर्भवती महिलाओं को सावन के सोमवार का व्रत नहीं करना चाहिए। उपवास के कारण शरीर में कमजोरी, थकान और पोषण की कमी हो सकती है, जो मां और बच्चे दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है। ऐसे में पूजा केवल जल अर्पण और मंत्र जप तक सीमित रखनी चाहिए।


गंभीर रोगी और कमजोर व्यक्ति

गंभीर रोगी और कमजोर व्यक्ति: हृदय रोग, डायबिटीज, किडनी या अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों को सावन व्रत करने से बचना चाहिए। उपवास से ब्लड प्रेशर, शुगर लेवल या दवा का असर प्रभावित हो सकता है। ऐसे लोग डॉक्टर की सलाह के बिना व्रत न करें।


बच्चों को व्रत से बचाना चाहिए

बच्चों को व्रत से बचाना चाहिए: बच्चों का शरीर विकास की अवस्था में होता है, इसलिए उपवास से उनकी ऊर्जा और पोषण प्रभावित हो सकता है। यदि बच्चा व्रत करना चाहता है तो उसे केवल फलाहार या हल्का उपवास ही करना चाहिए। पूरी तरह उपवास से बचना बेहतर होता है।


व्रत के बिना भी शिव भक्ति संभव

शिव भक्ति बिना व्रत के भी संभव: यदि कोई व्यक्ति सावन में व्रत नहीं रख सकता, तो भी वह भगवान शिव की कृपा प्राप्त कर सकता है। व्रत के स्थान पर जलाभिषेक, रुद्राभिषेक, शिव चालीसा का पाठ या मंत्र जप करें। सच्चे मन से की गई आराधना भी भोलेनाथ को प्रसन्न करती है।