सोमवार को भगवान शिव का मंत्र जाप करने की विधि और नियम
सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित होता है, और इस दिन 'ओम नम: शिवाय' मंत्र का जाप करने का विशेष महत्व है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कैसे और कब इस मंत्र का जाप करना चाहिए, ताकि आप शिवजी की कृपा प्राप्त कर सकें। जानें जाप करने का उत्तम समय, विधि और दिशा, जिससे आपकी सभी इच्छाएं पूरी हो सकती हैं।
Dec 22, 2025, 16:25 IST
भगवान शिव की पूजा का महत्व
हिंदू धर्म में हर दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित माना जाता है। सोमवार का दिन विशेष रूप से भगवान भोलेनाथ के लिए समर्पित है। इस दिन विधिपूर्वक भोलेनाथ की पूजा करने का महत्व है। 'ओम नम: शिवाय' मंत्र का जाप इस दिन विशेष रूप से किया जाता है, जिससे भक्तों को शिवजी की कृपा प्राप्त होती है और जीवन के कष्टों से मुक्ति मिलती है। हालांकि, इस मंत्र का जाप करने से पहले कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक है। सही तरीके से 'ओम नम: शिवाय' का जाप करने से भक्त को भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और उनकी सभी इच्छाएं पूरी हो सकती हैं। इस लेख में हम आपको भगवान शिव के मंत्र जाप की विधि और नियमों के बारे में जानकारी देंगे।
जाप का उत्तम समय
भगवान शिव के मंत्रों का जाप किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन एक विशेष समय होता है जब इसका फल अधिक मिलता है। शास्त्रों के अनुसार, ब्रह्म मुहूर्त में 'ऊँ नम: शिवाय' का जाप करना चाहिए। यह समय सुबह 4 बजे से 5:30 बजे तक होता है। इस समय मंत्र जाप करने से भोलेनाथ की कृपा प्राप्त होती है। इच्छाओं की पूर्ति के लिए 108 बार इस मंत्र का जाप करें। इस समय वातावरण शांत और शक्तिशाली होता है। यदि सुबह का समय नहीं मिल पाता है, तो आप शाम को भी इस मंत्र का जाप कर सकते हैं।
शाम को जाप करने की विधि
आप शिवजी के मंदिर में जाकर एक शांत स्थान पर बैठकर 108 बार 'ऊँ नम: शिवाय' का जाप कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि आपके मन में कोई भी विचार न हो। शांत मन से श्रद्धा के साथ मंत्र का जाप करने से मानसिक शांति मिलती है और भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। मंत्र जाप से जीवन की समस्याओं से मुक्ति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
जाप के लिए सही दिशा
भगवान भोलेनाथ के मंत्र जाप के लिए सही दिशा में बैठना आवश्यक है। सूर्योदय के समय एक शांत स्थान चुनें और वहां आसन बिछाकर उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठें। शाम को शिवलिंग के सामने एक घी का दीपक जलाएं और 'ओम नम: शिवाय' का जाप करें। ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है। इस मंत्र के प्रभाव से कष्टों से मुक्ति और सफलता के रास्ते खुल सकते हैं।
मंत्र जाप की विधि
सोमवार को सुबह जल्दी स्नान करने के बाद हल्के रंग के कपड़े पहनें। फिर शिवलिंग पर जल या दूध अर्पित करें और एक घी का दीपक जलाएं। उत्तर दिशा में आसन लगाकर मन को शांत रखें और मंत्र का जाप शुरू करें। 108 दाने वाले रुद्राक्ष माला का उपयोग करना सबसे अच्छा माना जाता है। 'ऊँ नम: शिवाय' का 108 बार जाप करें। इसे कम से कम 11 सोमवार तक करें, इससे आपकी इच्छाएं अवश्य पूरी होंगी।