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OpenAI के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपों में 7 मुकदमे दर्ज

OpenAI, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विकसित करती है, वर्तमान में गंभीर कानूनी संकट में है। कैलिफोर्निया में कंपनी के खिलाफ सात मुकदमे दायर किए गए हैं, जिनमें आरोप है कि ChatGPT ने आत्महत्या के लिए उकसाया और मानसिक भ्रम उत्पन्न किया। इन मुकदमों में गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जिसमें गलत मृत्यु और अनैच्छिक हत्या शामिल हैं। जानें इस मामले में क्या कहा गया है और OpenAI का क्या जवाब है।
 

कानूनी संकट में OpenAI

वॉशिंगटन: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) विकसित करने वाली प्रमुख टेक कंपनी OpenAI वर्तमान में एक गंभीर कानूनी संकट का सामना कर रही है। कैलिफोर्निया में कंपनी के खिलाफ सात अलग-अलग मुकदमे दायर किए गए हैं, जिनमें आरोप है कि ChatGPT ने आत्महत्या के लिए उकसाया और मानसिक भ्रम उत्पन्न किया।


मुकदमों में गंभीर आरोप

इन मुकदमों में OpenAI पर गलत मृत्यु, आत्महत्या के लिए उकसाने, अनैच्छिक हत्या और लापरवाही जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं। ये मुकदमे छह वयस्कों और एक किशोर के परिवारों द्वारा दायर किए गए हैं।


आरोपों का विवरण

मुकदमों में यह दावा किया गया है कि OpenAI ने अपने नए मॉडल GPT-4o को जल्दबाजी में बाजार में उतारा, जबकि कंपनी के अंदर से चेतावनी दी गई थी कि यह मॉडल 'खतरनाक रूप से चापलूस' और 'मनोवैज्ञानिक रूप से भ्रमित करने वाला' हो सकता है। आरोपों के अनुसार, ChatGPT से बातचीत करने वाले चार व्यक्तियों ने आत्महत्या की, और इनमें से किसी को भी मानसिक बीमारी के लक्षण पहले से नहीं थे।


17 वर्षीय किशोर की दुखद कहानी

सैन फ्रांसिस्को सुपीरियर कोर्ट में दायर एक मुकदमे में कहा गया है कि 17 वर्षीय अमौरी लेसी ने ChatGPT से मदद मांगी थी। आरोप है कि चैटबॉट ने उसे अवसाद की ओर धकेलने के साथ-साथ 'फांसी का फंदा कैसे बांधें' और 'सांस रुकने पर कितनी देर जिया जा सकता है' जैसे भयानक सुझाव दिए। परिवार का कहना है कि 'अमौरी की मौत कोई हादसा नहीं थी, बल्कि OpenAI और इसके CEO सैम ऑल्टमैन द्वारा सुरक्षा परीक्षणों को नजरअंदाज कर ChatGPT को जल्दबाजी में लॉन्च करने का परिणाम थी।'


एक अन्य उपयोगकर्ता का दावा

एक अन्य मुकदमा कनाडा के ओंटारियो निवासी 48 वर्षीय एलेन ब्रूक्स द्वारा दायर किया गया है। उन्होंने कहा कि वे दो साल से ChatGPT का उपयोग कर रहे थे, लेकिन अचानक चैटबॉट का व्यवहार बदल गया। मुकदमे में आरोप है कि ChatGPT ने ब्रूक्स की कमजोरियों का फायदा उठाया, जिससे उन्हें मानसिक तनाव, भ्रम और आर्थिक हानि हुई।


वकील का बयान

पीड़ितों की ओर से मुकदमा दायर करने वाले वकील मैथ्यू पी. बर्गमैन ने कहा, 'GPT-4o को एक ऐसा मॉडल बनाया गया था जो 'टूल और साथी' की रेखा को धुंधला करता है। यह भावनात्मक रूप से यूज़र्स को फंसा लेने के लिए डिज़ाइन किया गया था, लेकिन इसे बिना पर्याप्त सुरक्षा उपायों के जारी कर दिया गया।'


OpenAI ने इस मामले पर अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। अमेरिकी साइबर क्राइम और डिजिटल सेफ्टी एजेंसियों ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है।