×

इलेक्ट्रिक बनाम पेट्रोल कार: कौन सी है बेहतर विकल्प?

भारत में कार खरीदना अब पहले से कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण हो गया है, क्योंकि बाजार में कई विकल्प उपलब्ध हैं। इस लेख में, हम इलेक्ट्रिक और पेट्रोल कारों के बीच तुलना करेंगे, यह समझते हुए कि कौन सा विकल्प आपके लिए बेहतर हो सकता है। यदि आपकी दैनिक यात्रा लंबी है, तो इलेक्ट्रिक कार पैसे बचाने में मदद कर सकती है। वहीं, यदि आप कम यात्रा करते हैं, तो पेट्रोल कार अधिक उपयुक्त हो सकती है। जानें कि आपकी जरूरतों के अनुसार कौन सी कार आपके लिए सही है।
 

इलेक्ट्रिक बनाम पेट्रोल कार

इलेक्ट्रिक बनाम पेट्रोल कार नई दिल्ली: भारत में कार खरीदना अब पहले जैसा सरल नहीं रह गया है। बाजार में पेट्रोल, डीज़ल, मैनुअल, ऑटोमेटिक और इलेक्ट्रिक कारों के इतने विकल्प हैं कि लोग यह तय नहीं कर पाते कि उन्हें क्या चुनना चाहिए। विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो रोज़ ऑफिस जाते हैं और चाहते हैं कि उनकी कार का खर्च भी कम हो।


तो, क्या रोज़ ऑफिस जाने वालों के लिए पेट्रोल कार बेहतर है या इलेक्ट्रिक? आइए इस विषय को सरल भाषा में समझते हैं।


कब इलेक्ट्रिक कार (EV) आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प है?

यदि आपकी दैनिक यात्रा 40 किमी से अधिक है, तो इलेक्ट्रिक वाहन (EV) आपके लिए एक पैसे बचाने वाला विकल्प हो सकता है।


क्यों?

क्योंकि अधिक दूरी तय करने पर ईंधन की बचत इतनी होती है कि EV की उच्च प्रारंभिक लागत 3 से 5 वर्षों में वसूल हो जाती है।


यदि आपके पास घर पर चार्जिंग की सुविधा, सुरक्षित पार्किंग और चार्जिंग पॉइंट लगाने की जगह है, तो EV और भी फायदेमंद साबित होती है। सबसे बड़ा लाभ यह है कि घर पर चार्जिंग सबसे सस्ती होती है।
रात को कार को चार्ज पर लगाएं और सुबह उसे पूरी शक्ति के साथ तैयार पाएं।


ईवी उन लोगों के लिए भी उपयुक्त है जो प्रदूषण-मुक्त और स्मूद ड्राइविंग का अनुभव करना चाहते हैं।


सरल गणित

यदि आप 5 वर्षों में 70,000 किमी से अधिक यात्रा करते हैं, तो एक EV आपको ₹1 लाख से ₹3 लाख तक की बचत दिला सकती है—पेट्रोल और रखरखाव दोनों में।


कब पेट्रोल कार बेहतर विकल्प है?
यदि आपकी दैनिक यात्रा 20 किमी से कम है या आप महीने में केवल कुछ बार कार चलाते हैं, तो पेट्रोल कार एक समझदारी भरा विकल्प है।


कार की प्रारंभिक कीमत कम होती है, और कम चलाने पर पेट्रोल का खर्च भी अधिक नहीं होता।


यदि आप अक्सर लंबी यात्राएँ करते हैं, तो पेट्रोल कार का लाभ है क्योंकि देशभर में पेट्रोल पंप आसानी से मिल जाते हैं, जबकि चार्जिंग स्टेशन ढूंढना कभी-कभी मुश्किल हो सकता है।


सीधा सा नियम—यदि आपका बजट सीमित है, तो पेट्रोल कार आपके लिए बेहतर विकल्प है।


अंतिम निर्णय: कौन सी कार चुनें?

यदि आपकी ऑफिस की दूरी निश्चित है और घर पर चार्जिंग की सुविधा उपलब्ध है, तो इलेक्ट्रिक कार आपके लिए लंबे समय में पैसे बचाने, कम रखरखाव और तनाव-मुक्त ड्राइविंग का बेहतरीन विकल्प है।
लंबे समय में EV से होने वाली बचत पेट्रोल कार से कहीं अधिक होती है।