टोक्यो मोबिलिटी शो 2025: भविष्य की तकनीक और इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रदर्शन
टोक्यो मोबिलिटी शो 2025 का आगाज़
नई दिल्ली: टोक्यो मोबिलिटी शो 2025 ने इस बार ऑटोमोबाइल क्षेत्र में तकनीकी नवाचार और भविष्य की गतिशीलता को प्रदर्शित किया है। जापान के प्रमुख वाहन निर्माता अपनी नई अवधारणाओं और इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ इस शो में शामिल हुए हैं, जो दर्शाते हैं कि आने वाले वर्षों में वाहन उद्योग किस दिशा में बढ़ेगा। इस वर्ष शो का ध्यान केवल बड़े और शक्तिशाली वाहनों पर नहीं, बल्कि टिकाऊ गतिशीलता, स्मार्ट तकनीक, कम ऊर्जा खपत और पर्यावरण के अनुकूल वाहनों पर भी है। आगंतुकों को हाई-टेक इलेक्ट्रिक वाहनों, कॉम्पैक्ट शहरी कारों और लक्ज़री कॉन्सेप्ट मॉडल का अनुभव करने का मौका मिला।
प्रमुख कंपनियों की भागीदारी
होंडा, सुजुकी, टोयोटा और लेक्सस जैसी कंपनियों ने अपनी नवीनतम कारों का प्रदर्शन किया। इन वाहनों में न केवल नए डिजाइन और स्टाइल का ट्रेंड है, बल्कि स्मार्ट फीचर्स और पर्यावरण के अनुकूल तकनीक भी शामिल है। यह शो भविष्य की कारों और शहरी गतिशीलता के नए रूप का एक झलक प्रस्तुत करता है।
होंडा 0 α इलेक्ट्रिक एसयूवी
होंडा की 0 α इलेक्ट्रिक एसयूवी उनकी नई प्रीमियम इलेक्ट्रिक वाहन है, जिसे 2027 में लॉन्च किया जाएगा और इसे भारत में भी निर्मित किया जाएगा। इसके आकार और ग्राउंड क्लीयरेंस में महत्वपूर्ण सुधार किया जाएगा, साथ ही इसमें सिंगल मोटर कॉन्फ़िगरेशन भी होगा।
सुजुकी विजन ई स्काई
सुजुकी अपनी इलेक्ट्रिक योजनाओं को छोटी कारों तक बढ़ा रही है, जिसमें एक कॉम्पैक्ट हैचबैक शामिल है जो इलेक्ट्रिक पावरट्रेन से लैस है। इसका आकार जापान में लोकप्रिय केई कारों के समान है, लेकिन यह इलेक्ट्रिक वाहन जैसा लुक प्रदान करता है। इसमें एक कॉम्पैक्ट बैटरी पैक है, जिसकी रेंज लगभग 270 किमी है।
टोयोटा लैंड क्रूजर एफजे
FJ बैज अब लैंड क्रूज़र के रूप में वापस आया है। यह सबसे कॉम्पैक्ट लैंड क्रूज़र है, जो अपने बड़े भाई-बहनों के प्लेटफ़ॉर्म पर आधारित है। इसका लुक एक दमदार ऑफ-रोडर जैसा है, लेकिन इसके आयाम काफी कॉम्पैक्ट हैं। यह केवल पेट्रोल इंजन के साथ उपलब्ध है, लेकिन इसे एक साधारण ऑफ-रोडर बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
लेक्सस एलएस
विशाल छह पहियों वाली लेक्सस एलएस कॉन्सेप्ट एक नई तरह की लक्जरी कार है, जिसमें पैकेजिंग में बदलाव किया गया है। यह पहले से बड़ी लेक्सस एलएम से भी विशाल है, जिससे तीसरी पंक्ति में प्रवेश करना आसान हो गया है।