दिवाली पर नकली नोटों का खतरा: पहचानने के तरीके
दिवाली पर नकली नोटों का नेटवर्क
मार्केट में नकली नोटों का एक बड़ा नेटवर्क तेजी से फैल रहा है। हाल ही में, महाराष्ट्र के सांगली में एक नकली नोट रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। इस कार्रवाई में, पुलिस ने 1.11 करोड़ रुपये की नकली करेंसी जब्त की है और पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इस घटना ने दिवाली के दौरान नकली नोटों की बढ़ती समस्या को लेकर लोगों में चिंता बढ़ा दी है। आइए जानते हैं कि असली और नकली नोटों की पहचान कैसे की जाए।
MANI ऐप का उपयोग
भारतीय रिजर्व बैंक ने नकली नोटों की पहचान के लिए MANI ऐप लॉन्च किया है। यह एक डिटेक्टर ऐप है जो नोट को स्कैन करके उसकी असली या नकली पहचान करता है। ऐप खोलकर नोट को स्कैन करें, और यह तुरंत आपको जानकारी देगा। खास बात यह है कि यह फटे और पुराने नोटों की पहचान भी कर सकता है।
नोट के सिक्योरिटी फ़ीचर्स की जांच
असली और नकली नोट की पहचान के लिए, नोट के सिक्योरिटी फ़ीचर्स की जांच करें। असली नोट में एक चमकदार सिक्योरिटी लाइन होती है जिस पर 'भारत' और 'RBI' लिखा होता है। गांधीजी की फोटो के पास एक वॉटरमार्क होता है, जो साफ दिखाई देता है। असली नोट में गांधीजी का चश्मा भी होता है और किनारे पर छोटे अक्षरों में RBI, भारत और 500 लिखा होता है।
UV टेस्ट का उपयोग
आप UV टेस्ट के माध्यम से भी नोट की पहचान कर सकते हैं। यदि आपके पास UV लाइट नहीं है, तो अपने फोन की टॉर्च के सामने नीले या बैंगनी रंग का ट्रांसपेरेंट प्लास्टिक का टुकड़ा रखें। असली नोट पर धागा और सीरियल नंबर हल्की नीली या हरी लाइट में चमकेंगे। हालांकि, यह तरीका 100% सही नहीं है, लेकिन शुरुआती पहचान के लिए उपयोगी हो सकता है।
नोटों के कागज की गुणवत्ता
असली और नकली नोट में अंतर करने के लिए, नोट को हाथ में पकड़कर उसकी गुणवत्ता की जांच करें। असली नोट का कागज मजबूत और टिकाऊ होता है, जबकि नकली नोट पतले और खराब गुणवत्ता के होते हैं। मोड़ने या रगड़ने पर नकली नोट का रंग उड़ जाता है।