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पारले-जी बिस्किट: 5 रुपये का पैकेट गाजा में 2300 रुपये में बिक रहा है

पारले-जी बिस्किट, जो भारत में केवल 5 रुपये में मिलता है, गाजा में 2300 रुपये में बिक रहा है। यह स्थिति गाजा में भुखमरी और युद्ध के कारण उत्पन्न हुई है। एक वायरल वीडियो में एक पिता अपनी बेटी के साथ पारले-जी का पैकेट दिखाते हुए नजर आ रहा है। जानें इस बिस्किट की अनोखी कहानी और गाजा में हालात की गंभीरता के बारे में।
 

पारले-जी की अनोखी कहानी

नई दिल्ली: क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे अधिक बिकने वाला बिस्किट कौन सा है? भारत में इसकी 130 से अधिक फैक्ट्रियां हैं, और हर सेकंड 4500 से ज्यादा लोग इसे खाते हैं। हर महीने 100 करोड़ से अधिक पैकेट का उत्पादन होता है, और यह 50 लाख से ज्यादा दुकानों पर उपलब्ध है। यह बिस्किट और कोई नहीं, बल्कि पारले-जी है। यह बिस्किट तीन दशकों तक अपनी कीमत में एक रुपये का भी इजाफा नहीं किया। भारत में इसकी कीमत 5 रुपये है, लेकिन गाजा में यह 2300 रुपये में बिक रहा है।


भारत में 5 रुपये का पारले-जी बिस्किट गाजा में भुखमरी के बीच एक 'लग्जरी' आइटम बन गया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, फिलिस्तीनी मोहम्मद जवाद का एक सोशल मीडिया वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपनी बेटी रफीफ के साथ हैं, जो पारले-जी का पैकेट थामे खुश है। जवाद ने बताया कि उन्होंने पारले-जी का पैकेट 24 यूरो (लगभग 2342 रुपये) में खरीदा, जबकि भारत में इसकी कीमत 5 रुपये और अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 100 रुपये होती है। इस पोस्ट के वायरल होने पर एक यूजर ने लिखा कि भारत ने मदद के तौर पर पारले-जी भेजा, लेकिन हमास ने ट्रक पर कब्जा कर उसे ऊंचे दामों पर बेचा। जवाद ने यह भी बताया कि गाजा में आटा 500 डॉलर और चीनी 90 डॉलर प्रति किलो बिक रही है।


गाजा में हालात की गंभीरता

 

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इस खबर से यह स्पष्ट होता है कि गाजा पट्टी में हालात कितने गंभीर हो चुके हैं। संयुक्त राष्ट्र ने पहले ही गाजा में अकाल की स्थिति को लेकर चिंता व्यक्त की थी। हाल ही में एक राहत सामग्री वितरण केंद्र पर गोलीबारी के बाद स्थिति और भी बिगड़ गई है। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, इजरायली सुरक्षा बलों ने गाजा में एक सहायता वितरण केंद्र की ओर बढ़ रहे लोगों पर गोलीबारी की, जिसमें कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई। पिछले तीन दिनों में सहायता वितरण केंद्र पर आने वाले लोगों पर गोलीबारी की यह तीसरी घटना है। हालांकि, इजरायली सेना ने कहा है कि उन्होंने कुछ 'संदिग्धों' को निशाना बनाकर गोली चलाई थी, जिनका सुरक्षा बलों से आमना-सामना हुआ था।