×

फरीदाबाद में बिना पंजीकरण पुरानी कारों का बढ़ता कारोबार

फरीदाबाद में पुरानी कारों और बाइकों का व्यापार तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन इस पर न तो कोई निगरानी है और न ही पंजीकरण की प्रक्रिया। हाल ही में एक बम धमाके में फरीदाबाद से जुड़ी कार का उपयोग होने के बाद, इस अनियमित बाजार पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। रोजाना 100 से 150 पुरानी गाड़ियों की बिक्री होती है, लेकिन सुरक्षा चिंताओं के चलते इस पर नियंत्रण की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
 

फरीदाबाद में पुरानी गाड़ियों की बिक्री का बढ़ता बाजार



  • शहर में 200 से अधिक स्थानों पर खुलेआम होती है गाडिय़ों की खरीद-फरोख्त

  • रोजाना 100 से अधिक वाहन खरीदे-बेचे जाते हैं


फरीदाबाद। औद्योगिक क्षेत्र में पुरानी कारों और बाइकों का व्यापार तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन इस पर न तो कोई निगरानी है और न ही पंजीकरण की प्रक्रिया। हाल ही में दिल्ली के लाल किला बम धमाके में एक कार का लिंक फरीदाबाद से जुड़ने के बाद, इन बाजारों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।


पुरानी गाड़ियों के बाजार की स्थिति

फरीदाबाद में लगभग 100 स्थानों पर पुरानी गाड़ियों का व्यापार वर्षों से चल रहा है। एनआईटी 5 रेलवे रोड, मेट्रो मोड, जरौंदा चौक, सेक्टर-37, सराय ख्वाजा, ओल्ड फरीदाबाद, वर्ल्ड स्ट्रीट रोड, और अन्य क्षेत्रों में यह कारोबार खुलेआम जारी है। इसके अलावा, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की लिंक रोड और ग्रीन बेल्ट में भी कई कारें बिना अनुमति के खड़ी दिखाई देती हैं।


दैनिक बिक्री की जानकारी

एनआईटी-5 रेलवे रोड पर एक कारोबारी ने बताया कि यहां रोजाना 100 से 150 पुरानी कारों की खरीद-फरोख्त होती है। बाजार में गाड़ियों की कीमत डेढ़ लाख रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक होती है। ऑनलाइन प्लेटफार्मों पर भी 14 से अधिक डीलर और 600 से ज्यादा व्यक्तिगत विक्रेता लगभग 4,500 पुरानी गाड़ियों की बिक्री की जानकारी देते हैं।


टैक्स अदा करने की प्रक्रिया

कारोबारी सुदेश का कहना है कि वे सभी आवश्यक दस्तावेजों की जांच करते हैं, आधार और बैंक लोन की पुष्टि करते हैं, और आरसी ट्रांसफर के लिए संबंधित प्राधिकरण को दस्तावेज भेजते हैं। हालांकि, उनका पंजीकरण नहीं है, फिर भी वे टैक्स अदा करते हैं। लाल किला धमाके जैसी घटनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि इस अनियमित बाजार पर नियंत्रण आवश्यक है।


ऑनलाइन कार खरीदने की प्रक्रिया

आजकल कई वेबसाइटों के माध्यम से कारों की खरीद-फरोख्त की जा रही है। यदि ग्राहक ऑनलाइन कार पसंद करते हैं, तो कंपनी के कर्मचारी घर पर टेस्ट ड्राइव कराने के लिए कार लेकर आते हैं, जिससे ग्राहकों का विश्वास जीतने में मदद मिलती है। हालांकि, कई बार कागजी प्रक्रिया में लापरवाही भी होती है।