ब्रेक पैड के संकेत: कब करें बदलाव और क्यों है यह जरूरी
ब्रेक पैड का महत्व
हर वाहन में ब्रेकिंग सिस्टम एक महत्वपूर्ण घटक होता है। इसमें ड्रम ब्रेक, डिस्क ब्रेक और एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम शामिल हैं, जो सुरक्षित और प्रभावी ब्रेकिंग में मदद करते हैं। नियमित सर्विसिंग के दौरान ब्रेकिंग सिस्टम की जांच कराना आवश्यक है। ब्रेक पैड का उपयोग ब्रेकिंग के लिए किया जाता है, जो समय के साथ घिसते हैं। प्रारंभ में खराब ब्रेकिंग का पता नहीं चलता, लेकिन घर्षण की कमी से ब्रेकिंग प्रभावित होती है और अंततः ब्रेक काम नहीं करते। आइए जानते हैं कि ब्रेक पैड को कब बदलना चाहिए।
ब्रेक से आवाज आना
जब आप गाड़ी चलाते हैं और ब्रेक लगाते हैं, तो अगर रगड़ने की आवाज सुनाई देती है, तो यह संकेत है कि ब्रेक पैड बदलने का समय आ गया है। यह आवाज पैड की घिसी हुई सतह और रोटर्स के बीच रगड़ने के कारण होती है।
आप ब्रेक पैड की मोटाई देखकर भी उनकी स्थिति का पता लगा सकते हैं। यदि मोटाई कम हो गई है, तो इन्हें बदल देना बेहतर होता है। यदि पैड्स की मोटाई 2 मिमी तक रह जाए, तो तुरंत बदलाव करवा लें, क्योंकि वे खराब हो चुके हैं।
ब्रेकिंग फोर्स में कमी
जब ब्रेक पैड घिसते हैं, तो ब्रेकिंग फोर्स कम हो जाता है। इससे ब्रेकिंग प्रभावी नहीं रहती। यदि आपको अचानक गाड़ी रोकनी पड़े, तो गाड़ी रुकने में देरी होती है, जिससे एक्सीडेंट का खतरा बढ़ जाता है।
डैशबोर्ड वार्निंग लाइट्स
नई कारों में सुरक्षा के लिए सेंसर होते हैं, जो डैशबोर्ड पर वार्निंग लाइट के माध्यम से घिसे हुए ब्रेक पैड्स का संकेत देते हैं। इससे आपको पता चलता है कि ब्रेक पैड खराब हो रहे हैं और इन्हें समय पर बदलवाना चाहिए।
यदि ब्रेक लगाते समय ब्रेक पेडल में हल्का कंपन महसूस होता है, तो यह ब्रेक पैड के घिसने का संकेत है। इसे नजरअंदाज न करें और सर्विस सेंटर से संपर्क करें। यदि आप इन प्रारंभिक संकेतों को समय पर समझ लें, तो आपकी गाड़ी की ब्रेकिंग कभी खराब नहीं होगी।