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भारत का सबसे चौड़ा एक्सप्रेसवे: हैदराबाद से मछलीपत्तनम तक

भारत में एक नया एक्सप्रेसवे प्रस्तावित किया गया है, जो सबसे चौड़ा होगा। यह हैदराबाद से मछलीपत्तनम पोर्ट को जोड़ेगा और 12 लेन का होगा। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने इस प्रोजेक्ट के लिए केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की है। यदि मंजूरी मिलती है, तो यह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को पीछे छोड़ देगा। जानें इस प्रोजेक्ट के बारे में और क्या खास है।
 

भारत में सबसे चौड़ा एक्सप्रेसवे बनने की संभावना

भारत का सबसे चौड़ा एक्सप्रेसवे: देश में एक नया एक्सप्रेसवे प्रस्तावित किया गया है, जो सबसे चौड़ा होगा। इस प्रोजेक्ट को सरकार से मंजूरी दिलाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। यह प्रस्ताव हैदराबाद से मछलीपत्तनम पोर्ट लिंक का है, जिसके लिए तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने दिल्ली में राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। उन्होंने मंत्री से इस प्रोजेक्ट को मंजूरी देने का औपचारिक अनुरोध किया।


मुख्यमंत्री ने मंत्री के सामने रखा प्रस्ताव

मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने यह तर्क प्रस्तुत किया कि तेलंगाना के पास कोई पोर्ट नहीं है, जिससे सामान को बंदरगाहों तक पहुंचाने के लिए एक सड़क की आवश्यकता है। मंत्री नितिन गडकरी ने इस प्रस्ताव पर सहमति जताते हुए कहा कि वे प्रोजेक्ट की फिजिबिलिटी स्टडी के लिए अधिकारियों की एक टीम हैदराबाद भेजेंगे। इसके चलते 22 सितंबर को नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया और आंध्र प्रदेश तथा तेलंगाना के अधिकारियों के बीच एक समीक्षा बैठक होगी।


राजधानियों को जोड़ने वाला एक्सप्रेसवे

मंत्री गडकरी को बताया गया कि आंध्र प्रदेश पुनर्गठन विधेयक के तहत तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की राजधानियों को जोड़ने के लिए एक एक्सप्रेसवे बनाने का प्रावधान है। यदि यह प्रोजेक्ट मंजूर होता है, तो यह देश का सबसे चौड़ा एक्सप्रेसवे होगा, जो वर्तमान में सबसे चौड़े दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को भी पीछे छोड़ देगा।


एक्सप्रेसवे का विवरण

यह हैदराबाद मछलीपत्तनम पोर्ट लिंक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे 12 लेन का होगा, जबकि वर्तमान में सबसे चौड़ा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे 8 लेन का है। यह एक्सप्रेसवे तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के बीच बनेगा, जो हैदराबाद से अमरावती होते हुए मछलीपत्तनम तक जाएगा। इसकी कुल लंबाई लगभग 330 किलोमीटर होगी, जिसमें से 118 किलोमीटर तेलंगाना में होगा।