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भारतीय रत्न और आभूषण उद्योग में जुलाई में वृद्धि

जुलाई में भारतीय रत्न और आभूषण उद्योग ने अमेरिकी टैरिफ के बावजूद उल्लेखनीय वृद्धि देखी। कटे हुए हीरों के आयात और निर्यात में वृद्धि हुई है, जबकि सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट आई है। जानें इस उद्योग के ताजा आंकड़ों और बाजार की स्थिति के बारे में।
 

अमेरिकी टैरिफ के बावजूद व्यापार में तेजी


हालांकि अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ के कारण भारतीय निर्यात में 55 प्रतिशत की कमी आई है, फिर भी जुलाई में रत्न और आभूषण के व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। विशेष रूप से कटे हुए हीरे और उनसे बने आभूषणों के आयात और निर्यात में पिछले वर्ष की तुलना में काफी सुधार हुआ है।


जुलाई में आयात और निर्यात के आंकड़े

जुलाई में कटे और पॉलिश किए गए हीरों का कुल निर्यात 1071.73 मिलियन डॉलर (9230.66 करोड़ रुपये) रहा, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के 910.13 मिलियन डॉलर (7608.79 करोड़ रुपये) की तुलना में 17.76% की वृद्धि दर्शाता है। इसी तरह, जुलाई में कटे और पॉलिश हीरों का आयात 113.75 मिलियन डॉलर (980.65 करोड़ रुपये) रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 32.02 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।


रत्न एवं आभूषण का आयात बढ़ा

जुलाई 2025 में रत्न और आभूषणों का कुल आयात 26.55 प्रतिशत बढ़कर 1810.43 मिलियन डॉलर (5587.73 करोड़ रुपये) हो गया, जबकि पिछले वर्ष यह 1430.55 मिलियन डॉलर (11956.04 करोड़ रुपये) था।


सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट

हालांकि पिछले सप्ताह सोने की कीमतें उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थीं, इस सप्ताह में सोने की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है। दिल्ली के सरार्फा बाजार में सोने की कीमत 500 रुपये घटकर 1,01,020 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने का भाव भी 500 रुपये घटकर 1,00,600 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। चांदी की कीमतें 1,12,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर स्थिर रहीं।


विदेशी बाजारों में सोने और चांदी की कीमतें

न्यूयॉर्क में सोने की कीमत 10.79 डॉलर या 0.32 प्रतिशत बढ़कर 3,358.99 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई, जबकि हाजिर चांदी 1.58 प्रतिशत बढ़कर 38.51 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई।