शरीफे के स्वास्थ्य लाभ: जानें इसके फायदे और उपयोग
शरीफे के सेवन के लाभ
फल हमारे स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक औषधि के समान होते हैं, जिनमें कोई मिलावट नहीं होती। भारत में मौसमी फलों का विशेष महत्व है, जिनमें से एक है शरीफा, जिसे सीताफल भी कहा जाता है। यह फल सालभर उपलब्ध नहीं होता, बल्कि केवल अक्टूबर और नवंबर में बाजार में मिलता है। इसका स्वाद मीठा और पोषण से भरपूर होता है, जो इसे सेहत के लिए वरदान बनाता है।
कैंसर से सुरक्षा में शरीफा
शरीफे में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और फ्लेवोनोइड्स कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में सहायक होते हैं। नियमित रूप से इसका सेवन करने से शरीर की इम्यूनिटी मजबूत होती है और सूजन कम होती है।
दिल और रक्तचाप के लिए फायदेमंद
इस फल में पोटैशियम और मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा होती है, जो रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा, मैग्नीशियम दिल को कार्डियक अटैक से बचाने में सहायक होता है।
वजन बढ़ाने में सहायक
यदि आपका वजन नहीं बढ़ रहा है, तो सुबह-सुबह शहद के साथ शरीफा खाना फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद कॉपर और फाइबर पाचन को बेहतर बनाते हैं और कब्ज की समस्या को दूर करते हैं।
त्वचा और बालों के लिए लाभकारी
विटामिन ए और कॉपर से भरपूर शरीफा त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाता है। इसके सेवन से बाल भी मजबूत और घने होते हैं।
अस्थमा के मरीजों के लिए फायदेमंद
शरीफे में मौजूद विटामिन बी6 ब्रोंकियल इंफ्लेमेशन को कम करता है, जिससे अस्थमा के अटैक की संभावना घट जाती है।
गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीफा खाने से भ्रूण का मस्तिष्क और नर्वस सिस्टम विकसित होता है। यह मिसकैरिज के खतरे को भी कम करता है।
धार्मिक महत्व और पवित्रता
सीताफल को एक पवित्र फल माना जाता है। कई मंदिरों में इसे प्रसाद और दान में चढ़ाया जाता है। इसकी तासीर ठंडी होती है और इसका स्वाद इतना मीठा होता है कि शक्कर भी फीकी लगती है।
आसानी से उगने वाला पौधा
सीताफल का पेड़ 40-50 साल तक जीवित रह सकता है और इसे घर के आसपास आसानी से लगाया जा सकता है। अक्टूबर-नवंबर में इसका फल बाजार में आसानी से उपलब्ध हो जाता है।