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NRI के लिए टर्म और लाइफ इंश्योरेंस: जानें क्या है अंतर

NRI के लिए बीमा योजना का चयन करते समय टर्म और लाइफ इंश्योरेंस के बीच का अंतर समझना महत्वपूर्ण है। यह लेख आपको दोनों प्रकार की बीमा योजनाओं के लाभ, लागत और परिवार को मिलने वाले लाभों के बारे में जानकारी प्रदान करता है। जानें कि किस प्रकार की बीमा योजना आपके और आपके परिवार के लिए अधिक उपयुक्त है।
 

NRI के लिए बीमा योजना का महत्व

एक नॉन-रेजिडेंट इंडियन (NRI) के रूप में, जब आप अपने परिवार की सुरक्षा के लिए बीमा योजना का चयन करते हैं, तो टर्म इंश्योरेंस और लाइफ इंश्योरेंस के बीच चयन करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। दोनों योजनाएं आपके परिवार को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती हैं, लेकिन उनके कार्य करने के तरीके और लाभों में महत्वपूर्ण भिन्नताएं हैं। आइए, इन दोनों के बीच के मुख्य अंतर को सरल शब्दों में समझते हैं, ताकि आप अपने और अपने परिवार के लिए सही विकल्प चुन सकें।


लाइफ इंश्योरेंस की विशेषताएँ


लाइफ इंश्योरेंस एक ऐसा अनुबंध है जो आपकी मृत्यु के बाद आपके परिवार को वित्तीय सहायता प्रदान करता है। इसमें आप एक निश्चित राशि का प्रीमियम चुकाते हैं, जो मासिक या वार्षिक हो सकता है। यदि पॉलिसीधारक की मृत्यु होती है, तो बीमा कंपनी आपके परिवार को एक निश्चित राशि, जिसे 'सम एश्योर्ड' कहा जाता है, का भुगतान करती है। कुछ लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसियां आपको जीवित रहने पर भी लाभ देती हैं, जैसे कि एंडोमेंट पॉलिसियां, मनी-बैक पॉलिसियां, या होल लाइफ पॉलिसियां। संक्षेप में, लाइफ इंश्योरेंस सुरक्षा के साथ-साथ बचत का विकल्प भी प्रदान करता है।


टर्म इंश्योरेंस की विशेषताएँ


टर्म इंश्योरेंस लाइफ इंश्योरेंस का सबसे सरल रूप है। यह केवल सुरक्षा प्रदान करता है, न कि कोई बचत या निवेश का लाभ। आप एक निश्चित अवधि (जैसे 10, 20, या 30 साल) चुनते हैं, और यदि उस अवधि के दौरान आपकी मृत्यु हो जाती है, तो बीमा कंपनी आपके परिवार को एक बड़ी राशि का भुगतान करती है। हालांकि, यदि आप पॉलिसी की अवधि तक जीवित रहते हैं, तो आपको कोई राशि वापस नहीं मिलती है। यही कारण है कि टर्म इंश्योरेंस सबसे सस्ता होता है।


NRI के लिए टर्म और लाइफ इंश्योरेंस के बीच मुख्य अंतर


  • खरीदने का उद्देश्य: टर्म इंश्योरेंस का उद्देश्य केवल आपकी मृत्यु की स्थिति में आपके प्रियजनों को वित्तीय सहायता देना है, जबकि लाइफ इंश्योरेंस सुरक्षा के साथ-साथ बचत का लाभ भी देता है।
  • योजना की लागत: टर्म इंश्योरेंस का प्रीमियम कम होता है, जबकि लाइफ इंश्योरेंस महंगा होता है।
  • परिवार को क्या मिलता है: टर्म इंश्योरेंस में यदि पॉलिसी अवधि के दौरान मृत्यु होती है, तो परिवार को पूरा 'सम एश्योर्ड' मिलता है, जबकि लाइफ इंश्योरेंस में परिवार को मृत्यु पर भुगतान मिलता है और यदि पॉलिसीधारक जीवित रहता है, तो उसे मैच्योरिटी राशि भी मिलती है।
  • रिटर्न और निवेश: टर्म इंश्योरेंस केवल सुरक्षा के लिए है, जबकि लाइफ इंश्योरेंस एक दीर्घकालिक निवेश है।


NRI के लिए क्लेम प्रक्रिया


टर्म और लाइफ इंश्योरेंस दोनों के लिए क्लेम प्रक्रिया समान होती है। पॉलिसीधारक की मृत्यु की स्थिति में, नॉमिनी को मृत्यु प्रमाण पत्र और अन्य आवश्यक दस्तावेज जमा करके क्लेम किया जा सकता है। यदि मृत्यु भारत के बाहर होती है, तो अधिकांश भारतीय बीमा कंपनियां क्लेम का निपटान करती हैं।


NRI के लिए टैक्स लाभ


NRI भारतीय कर कानूनों के तहत निवासी भारतीयों के समान कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं। भुगतान किए गए प्रीमियम पर धारा 80C के तहत कटौती का लाभ लिया जा सकता है।


विदेश में इन योजनाओं को खरीदना


अब विदेश में रहते हुए भी भारत में बीमा खरीदना सुविधाजनक है। आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और प्रीमियम का भुगतान अपने NRE या NRO बैंक खातों से कर सकते हैं। प्रमुख बीमा कंपनियां NRIs के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन की गई पॉलिसियां प्रदान करती हैं।