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अडानी समूह का 15-20 अरब डॉलर का निवेश योजना, बुनियादी ढांचे में योगदान का लक्ष्य

अडानी एंटरप्राइजेज की वार्षिक आम बैठक में, चेयरमैन गौतम अडानी ने अगले पांच वर्षों में 15-20 अरब डॉलर के निवेश की योजना का खुलासा किया। उन्होंने समूह की मजबूत वित्तीय स्थिति और बुनियादी ढांचे के विकास में योगदान देने की महत्वाकांक्षा पर जोर दिया। अदाणी ने हालिया जांचों के बावजूद समूह की स्थिरता को बनाए रखने की बात की और भविष्य की संभावनाओं पर ध्यान केंद्रित किया।
 

अडानी एंटरप्राइजेज की वार्षिक आम बैठक

अडानी एंटरप्राइजेज की वार्षिक आम बैठक सुबह 10:30 बजे प्रारंभ हुई। बैठक की शुरुआत करते हुए चेयरमैन गौतम अडानी ने भारतीय सशस्त्र बलों को सलाम किया और हाल ही में हुई एयर इंडिया विमान दुर्घटना को भी याद किया। उन्होंने बताया कि समूह अगले पांच वर्षों में सालाना 15-20 अरब डॉलर का पूंजी निवेश करने की योजना बना रहा है, जिसका उद्देश्य न केवल व्यवसाय का विकास करना है, बल्कि भारत के बुनियादी ढांचे के विकास में भी योगदान देना है।
 
अडानी ने कहा कि उनका लक्ष्य विभिन्न क्षेत्रों में रिकॉर्ड निवेश करना है ताकि विकास के अगले चरण की रूपरेखा तैयार की जा सके। उन्होंने समूह के मजबूत वित्तीय स्थिति का भी उल्लेख किया, जबकि अदाणी समूह लगातार जांच के दायरे में रहा है।


अदाणी ने कहा कि समूह ने बंदरगाहों, हवाई अड्डों, नवीकरणीय ऊर्जा पार्क, डेटा सेंटर, सीमेंट, गैस और बिजली जैसे क्षेत्रों में रिकॉर्ड आय अर्जित की है, जिससे भारत का सबसे बड़ा बुनियादी ढांचा समूह बना है। यह समूह न केवल बाजारों की सेवा करता है, बल्कि राष्ट्र के भविष्य के निर्माण में भी योगदान देता है।


बैठक में ऑनलाइन संबोधित करते हुए, उन्होंने अमेरिकी अधिकारियों द्वारा हाल ही में अदाणी समूह के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोपों का उल्लेख किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि अदाणी समूह के किसी भी सदस्य पर अमेरिकी विदेशी भ्रष्ट आचरण अधिनियम का उल्लंघन करने का आरोप नहीं लगाया गया है। उन्होंने कहा, 'हमने साबित किया है कि सच्चा नेतृत्व संकट के समय में ही उभरता है।'


अदाणी ने कहा कि पिछले वर्ष जब अदाणी ग्रीन एनर्जी के संबंध में अमेरिकी न्याय विभाग और एसईसी द्वारा आरोप लगाए गए थे, तब भी समूह ने अपनी स्थिति को मजबूत बनाए रखा। उन्होंने दोहराया कि अदाणी समूह ने हमेशा वैश्विक मानकों का पालन किया है और किसी भी कानूनी प्रक्रिया में सहयोग किया है।


जनवरी 2023 में, हिंडनबर्ग रिसर्च ने अदाणी समूह पर कॉर्पोरेट धोखाधड़ी का आरोप लगाया था, जिससे समूह को 150 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ। हालांकि, अदाणी समूह ने इन आरोपों को खारिज किया और अपनी कंपनियों के शेयरों में सुधार के लिए प्रयास जारी रखे।


अदाणी ने कहा कि समूह के समेकित आंकड़ों के अनुसार, राजस्व में 7 प्रतिशत और कर पूर्व आय में 8.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि कुल राजस्व 2,71,664 करोड़ रुपये और समायोजित कर पूर्व आय 89,806 करोड़ रुपये रही। अदाणी ने कहा कि उनका उद्देश्य केवल व्यवसाय का विस्तार करना नहीं है, बल्कि नई संभावनाओं का निर्माण करना भी है।


उन्होंने अंत में कहा कि अगले पांच वर्षों में 15-20 अरब डॉलर के वार्षिक पूंजीगत व्यय की योजना है, जो न केवल समूह के लिए, बल्कि भारत के बुनियादी ढांचे के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा।