अमेरिका के नए टैरिफ से फार्मा सेक्टर में गिरावट
सन फार्मा के शेयरों में भारी गिरावट
अमेरिका के नए टैरिफ का प्रभाव
बिजनेस डेस्क : अमेरिका के राष्ट्रपति ने जिन भारतीय उत्पादों पर नए टैरिफ लगाने की घोषणा की है, उनमें भारतीय दवा कंपनियों पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रांडेड दवाओं पर 100% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है, जो 1 अक्टूबर से लागू होगा। इस घोषणा के बाद शुक्रवार को शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली। सुबह 10 बजे बीएसई सेंसेक्स 401.57 अंक यानी 0.49% की गिरावट के साथ 80,758.11 अंक पर था। इसी तरह, निफ्टी50 इंडेक्स 87.35 अंक यानी 0.35% की गिरावट के साथ 24,803.50 अंक पर पहुंच गया।
फार्मा कंपनियों में गिरावट
फार्मा शेयरों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। निफ्टी फार्मा इंडेक्स में 2.3% की गिरावट आई। सन फार्मा के शेयर 5% गिरकर 52 सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंच गए। बायोकोन के शेयरों में भी लगभग 3% की कमी आई। इसी तरह, अरबिंदो फार्मा, डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज, ल्यूपिन और सिप्ला के शेयरों में भी लगभग 2% की गिरावट आई। भारत का फार्मा निर्यात का एक तिहाई हिस्सा अमेरिका को जाता है, जिसमें ज्यादातर कम लागत वाली जेनेरिक दवाएं शामिल हैं। वित्त वर्ष 2025 में अमेरिका को होने वाला निर्यात 20% बढ़कर लगभग 10.5 बिलियन डॉलर हो गया।
ट्रेड डील पर अमेरिका की नई शर्त
हाल ही में भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर सकारात्मक वार्ता हुई थी, लेकिन अमेरिका ने अब एक नई शर्त रख दी है। अमेरिका ने कहा है कि जब तक भारत रूस से तेल खरीदना बंद नहीं करेगा, तब तक ट्रेड डील नहीं होगी। हालांकि, भारत जेनेटिकली मॉडिफाइड मक्के के आयात पर कुछ पाबंदियां हटाने और अधिक डिफेंस प्रोडक्ट खरीदने के लिए तैयार हो गया था, लेकिन अमेरिका ने फिर से पुरानी शर्तें रख दी हैं।
टैरिफ का प्रभाव
जिन कंपनियों पर इस टैरिफ का सबसे अधिक असर पड़ने की संभावना है, उनमें डॉ. रेड्डीज, सन फार्मा, लुपिन और अन्य शामिल हैं। यह ध्यान देने योग्य है कि ट्रंप के टैरिफ का सबसे अधिक प्रभाव ब्रांडेड या पेटेंट दवाओं पर पड़ने की आशंका है, जबकि जेनेरिक दवाओं को लेकर भी स्थिति स्पष्ट नहीं है।