आरबीआई गवर्नर का बयान: दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती की संभावना
ब्याज दरों में संभावित कटौती
मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने सोमवार को बताया कि सकारात्मक आर्थिक संकेतों के चलते दिसंबर में होने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो रेट में कमी की संभावना है। यह कदम विकास को प्रोत्साहित करेगा।
मल्होत्रा ने अक्टूबर में हुई मौद्रिक नीति समिति की बैठक के बाद कहा था कि ब्याज दरों में कटौती की गुंजाइश है, क्योंकि महंगाई में कमी आई है और केंद्रीय बैंक अब विकास को प्राथमिकता देना चाहता है।
जी बिजनेस को दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा, "अक्टूबर में मौद्रिक नीति समिति ने संकेत दिया था कि ब्याज दरों में एक और कटौती की संभावना है। अब तक आए डेटा ने इस स्थिति को नहीं बदला है। हालांकि, अंतिम निर्णय दिसंबर में होने वाली बैठक में लिया जाएगा।"
आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक 3 से 5 दिसंबर के बीच होगी, और इसके परिणाम बैठक के अंतिम दिन गवर्नर द्वारा घोषित किए जाएंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्रीय बैंक के दो मुख्य दायित्व हैं: मूल्य स्थिरता बनाए रखना और विकास की गति को बनाए रखना।
मल्होत्रा ने कहा, "हम विकास के मामले में न तो आक्रामक हैं और न ही रक्षात्मक।"
आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति ने महंगाई को नियंत्रित रखने के लिए अगस्त और अक्टूबर में ब्याज दर को स्थिर रखा था।
2025 में, आरबीआई ने तीन बार ब्याज दरों में कटौती की है, जिससे रेपो रेट 6.5 प्रतिशत से घटकर 5.5 प्रतिशत पर आ गया है।