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आरबीआई ने भारत की जीडीपी वृद्धि दर को 7.3 प्रतिशत तक बढ़ाया

आरबीआई गर्वनर संजय मल्होत्रा ने भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर का अनुमान 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.3 प्रतिशत कर दिया है। उन्होंने कहा कि घरेलू मांग में सुधार हो रहा है और ग्रामीण मांग मजबूत है। इसके साथ ही, आरबीआई ने नीतिगत दर में कटौती की है, जिससे ब्याज दर 5.25 प्रतिशत हो गई है। जानें आगे की विकास दर के अनुमान और आरबीआई के अन्य महत्वपूर्ण निर्णयों के बारे में।
 

आरबीआई गर्वनर का बयान


आरबीआई गर्वनर ने भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर का अनुमान 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.3 प्रतिशत किया है।


भारत की जीडीपी वृद्धि (बिजनेस डेस्क): आरबीआई के गर्वनर संजय मल्होत्रा ने शुक्रवार को मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक के बाद कहा कि भारत विकासशील देशों में सबसे तेजी से उभर रहा है। उन्होंने बताया कि आरबीआई ने वित्त वर्ष 2026 के लिए जीडीपी अनुमान को 7.3 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है, जो पहले के अनुमान से लगभग आधा प्रतिशत अधिक है।


विकास दर का भविष्य

मल्होत्रा ने वित्त वर्ष 2026 की तीसरी और चौथी तिमाही के लिए क्रमशः 7 प्रतिशत और 6.5 प्रतिशत की वृद्धि दर का अनुमान लगाया है। इसके अलावा, वित्त वर्ष 2027 की पहली और दूसरी तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े क्रमशः 6.7 प्रतिशत और 6.8 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि घरेलू अर्थव्यवस्था की गतिविधियां स्थिर हैं, ग्रामीण मांग मजबूत है और शहरी मांग में सुधार हो रहा है।


नीतिगत दर में कटौती

आरबीआई ने सर्वसम्मति से नीतिगत रेपो दर में 25 आधार अंकों की कटौती की है, जिससे ब्याज दर 5.5 प्रतिशत से घटकर 5.25 प्रतिशत हो गई है। गर्वनर मल्होत्रा ने कहा कि इस निर्णय के पीछे देश की व्यापक आर्थिक स्थितियों और भविष्य के दृष्टिकोण का मूल्यांकन किया गया।


महंगाई और जीडीपी का समर्थन

ब्याज दरों में यह कटौती मजबूत आर्थिक प्रदर्शन के बाद की गई है, जिसमें चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 8.2% की जीडीपी वृद्धि और महंगाई के निम्न स्तर का योगदान है। अक्टूबर 2025 में भारत की खुदरा मुद्रास्फीति 0.25 प्रतिशत पर आ गई, जो कि एक रिकॉर्ड न्यूनतम स्तर है।


नकदी का प्रवाह बढ़ाना

आरबीआई ने वित्तीय वर्ष 2025-26 की अपनी मौद्रिक नीति बैठक में निर्णय लिया है कि वह बाजार में नकदी के प्रवाह को बढ़ाएगा। इसके लिए आरबीआई एक लाख करोड़ के सरकारी बॉंड को ओपन मार्केट ऑपरेशंस के जरिए खरीदेगा। यह खरीदारी इस महीने 50 हजार करोड़ की दो किश्तों में की जाएगी।


अतिरिक्त जानकारी

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