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आशीष नेहरा: क्रिकेट से कोचिंग तक का प्रेरणादायक सफर

आशीष नेहरा, भारतीय क्रिकेट के तेज गेंदबाज, ने अपने करियर के बाद कोचिंग में भी सफलता हासिल की है। गुजरात टाइटंस के मुख्य कोच के रूप में उन्होंने 2022 में खिताब जीता। उनकी कहानी एक साधारण परिवार से शुरू होकर करोड़ों की संपत्ति और शानदार जीवनशैली तक पहुंचने की है। जानें कैसे नेहरा ने क्रिकेट और कोचिंग के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई और आज वे किस तरह से प्रेरणा का स्रोत बने हैं।
 

आशीष नेहरा का क्रिकेट करियर और कोचिंग में सफलता

भारतीय क्रिकेट में तेज गेंदबाज आशीष नेहरा का नाम एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। उनकी कहानी केवल क्रिकेट के मैदान तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्होंने अपने करियर के बाद भी कई उपलब्धियाँ हासिल की हैं, जो दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकती हैं। कभी एक ही जोड़ी जूतों में खेलकर शुरुआत करने वाले नेहरा के पास अब करोड़ों की संपत्ति, शानदार गाड़ियाँ और एक सफल कोचिंग करियर है।


नेहरा वर्तमान में आईपीएल टीम गुजरात टाइटंस के मुख्य कोच हैं, और उनकी कोचिंग में टीम ने 2022 में खिताब जीता। वह इस उपलब्धि को हासिल करने वाले पहले भारतीय कोच बने हैं। रिपोर्टों के अनुसार, उन्हें इस भूमिका के लिए हर साल लगभग 3.5 करोड़ रुपये की सैलरी मिलती है।


उनकी कोचिंग की समझदारी और सरल दृष्टिकोण की प्रशंसा खुद एमएस धोनी जैसे दिग्गज भी कर चुके हैं। खिलाड़ियों के साथ उनका जुड़ाव और रणनीतिक सोच ने उन्हें कोचिंग में भी लोकप्रिय बना दिया है।


नेहरा की आय के स्रोत केवल क्रिकेट और कोचिंग तक सीमित नहीं हैं। उन्होंने ब्रांड एंडोर्समेंट और टीवी कमेंट्री जैसे विभिन्न माध्यमों से भी अच्छी कमाई की है। रिपोर्टों के अनुसार, उनकी कुल संपत्ति लगभग 71 करोड़ रुपये है। 2023 में आईपीएल कमेंट्री से उन्होंने लगभग 1.6 करोड़ रुपये कमाए।


इसके अलावा, वह एक विज्ञापन के लिए लगभग एक करोड़ रुपये चार्ज करते हैं और उनका अपना फिटनेस ब्रांड और जिम व्यवसाय भी है। दिल्ली से संबंध रखने वाले नेहरा वर्तमान में गोवा में अपने शानदार घर में रहते हैं।


नेहरा का आईपीएल करियर भी काफी दिलचस्प रहा है। उन्होंने पांच अलग-अलग टीमों के लिए 88 मैच खेले और अपनी गेंदबाजी से खास पहचान बनाई। शुरुआती सीज़न में मुंबई इंडियंस ने उन्हें 1.6 करोड़ रुपये में खरीदा, जबकि उनके अंतिम सीज़न में उनकी बोली 5.5 करोड़ रुपये तक पहुंच गई।


हालांकि उन्होंने क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, लेकिन बीसीसीआई उन्हें हर महीने 70,000 रुपये की पेंशन देता है। एक समय था जब वह ग्रेड बी कॉन्ट्रैक्ट में थे और सालाना 40 लाख रुपये की तनख्वाह पाते थे।


नेहरा का सफर एक साधारण परिवार से शुरू होकर आज एक शानदार जीवनशैली तक पहुंचा है। दिल्ली कैंट के सदर बाजार में जन्मे नेहरा ने सलवान पब्लिक स्कूल से पढ़ाई की और कॉलेज के दिनों में 'सोनेट क्लब' के लिए क्रिकेट खेलना शुरू किया। तारक सिन्हा जैसे कोच और वीरेंद्र सहवाग जैसे साथियों के साथ उन्होंने कोटला मैदान पर खूब मेहनत की।


आज उनके पास ऑडी Q5, बीएमडब्ल्यू 3 सीरीज, मर्सिडीज और इनोवा जैसी गाड़ियाँ हैं, जो यह दर्शाती हैं कि मेहनत से कोई भी ऊंचाई हासिल कर सकता है।