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इंडिगो फ्लाइट संकट: शेयरों में भारी गिरावट का सामना

इंडिगो एयरलाइन वर्तमान में गंभीर संकट का सामना कर रही है, जिसके कारण इसके शेयरों में पिछले चार दिनों में 7% से अधिक की गिरावट आई है। उड़ानें रद्द होने और देरी के कारण हजारों यात्री प्रभावित हुए हैं। जानें इस संकट का विस्तृत विश्लेषण और भविष्य में क्या संभावनाएँ हैं।
 

इंडिगो के शेयरों में गिरावट


चार दिनों में 7% से अधिक की गिरावट, भविष्य में स्थिति और बिगड़ सकती है


इंडिगो फ्लाइट संकट: वर्तमान में भारत का हवाई यातायात गंभीर संकट का सामना कर रहा है। इसकी मुख्य वजह देश की प्रमुख एयरलाइन इंडिगो में उत्पन्न समस्याएं हैं। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि अचानक क्या कारण है जिससे इंडिगो की उड़ानों में बाधा उत्पन्न हुई है। लेकिन यह निश्चित है कि इसके कारण न केवल घरेलू बल्कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी प्रभावित हो रही हैं।


अधिकतर उड़ानें या तो विलंबित हैं या रद्द की जा रही हैं। इस संकट के बीच, इंडिगो की मूल कंपनी इंटरग्लोब एविएशन के शेयरों में पिछले चार दिनों में 7% से अधिक की गिरावट आई है। एयरलाइन ने बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द की हैं, जिससे हजारों यात्री घंटों तक फंसे रहे।


शेयर बाजार में स्थिति

पिछले चार कारोबारी दिनों में बीएसई पर इस शेयर में 7.23% की गिरावट आई है। शुक्रवार को यह शेयर 1.22% की गिरावट के साथ 5,371.30 रुपये पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 3.15% गिरकर 5,266 रुपये पर पहुंच गया। एनएसई पर कंपनी के शेयर 1.27% की गिरावट के साथ 5,367.50 रुपये पर बंद हुए। इस अवधि में शेयर में कुल 7.30% की गिरावट आई है। 1 दिसंबर से अब तक कंपनी का बाजार मूल्यांकन 16,190.64 करोड़ रुपये घटकर 2,07,649.14 करोड़ रुपये रह गया है।


इंडिगो का बेड़ा

इंडिगो के पास 434 विमानों का बेड़ा है और उसने 920 से अधिक नए विमानों का ऑर्डर भी दिया है। यह एयरलाइन प्रतिदिन 2,200 से अधिक उड़ानें संचालित करती है और 3.2 लाख से अधिक यात्रियों को हवाई यात्रा कराती है। इंडिगो 128 गंतव्यों के लिए अपनी सेवाएं प्रदान करती है। वित्त वर्ष 2025 में एयरलाइन का राजस्व लगभग 80,803 करोड़ रुपये रहा। नवंबर 2024 से, इंडिगो ने हर महीने एक करोड़ से अधिक यात्रियों को हवाई यात्रा कराई है। वित्त वर्ष 2025 में कुल 11.9 करोड़ यात्रियों ने इंडिगो से यात्रा की, जो पिछले वर्ष की तुलना में 12.5% अधिक है।